टोमन लाल सिन्हा, मगरलोड। जेम पोर्टल के जरिए स्कूल के लिए की गई बेंच-टेबल की खरीदी में लाखों रुपए का भ्रष्टाचार का खेल खेला गया. सौ सेट की बजाए आपूर्तिकर्ता ने केवल 50 सेट गुणवत्ताहीन बेंच-टेबल की आपूर्ति की गई, लेकिन जिम्मेदारों ने बिना जांच-परखे भुगतान कर दिया गया. सूचना के अधिकार से हुए इस खुलासे के बाद शाला विकास एवं प्रबंधन समिति अध्यक्ष ने कलेक्टर से शिकायत की, लेकिन अब तक जांच शुरू नहीं हुई है.

जानकारी के अनुसार, धमतरी जिला के मगरलोड भैंसमुड़ी नगर पंचायत में वर्ष 2019-20 में 100 सेट बेंच टेबल का ऑर्डर महादेव ट्रेडर्स, रायपुर से खरीदी के लिए जेम पोर्टल के माध्यम से पार्षद निधि से खरीदने आर्डर दिया गया था. इस पर जनवरी 16 जनवरी 2020 को मगरलोड शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में 100 सेट प्रदान करने की जगह गुणवत्ताहीन 50 सेट की आपूर्ति की गई.

नगर पंचायत के पूर्व सीएमओ लेखापाल व वर्तमान में उप अभियंता श्याम पटनायक ने बिना सत्यापन व सामग्री की गुणवत्ता जांच की 2 दिसंबर 2019 को चेक क्रमांक139665 के जरिए 6,68,720 रुपए का भुगतान महादेव ट्रेडर्स, रायपुर को कर दिया गया. इस संबंध में सूचना के अधिकार के जरिए सामने आई गड़बड़ी की जांच कराने की मांग विभागीय अधिकारियों से की गई, लेकिन अधिकारी इस पर कार्रवाई करने की बजाए दबाने में लगे हुए हैं.

शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय विकास एवं प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मोहन चक्रधारी ने मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करते हुए अप्राप्त बेंच-टेबल की राशि का गबन करने वाले अधिकारियों से वसूली करने की मांग की है. यहां तक स्कूल प्राचार्य सियाराम कुर्रे के 19 नवंबर 2020 को वर्तमान सीएमओ कमल सिंह चौहान को जानकारी दिए जाने के बाद भी आज तक जांच नहीं की गई है.

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क्या कहते हैं जिम्मेदार

इस संबंध में मौखिक जानकारी लेने पर सीएमओ कमल सिंह चौहान ने बताया मामला मेरा कार्यकाल का नहीं है. शिकायत हुई है, तो जांच की जाएगी. उच्च अधिकारी को इसकी जानकारी भेज दी गई है.

वहीं नगर पंचायत अध्यक्ष नीतू खिलावन साहू ने भी अपने कार्यकाल में खरीदी नहीं होने की बात कहते हुए जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है.

वहीं उप अभियंता श्याम पटनायक का कहना है कि ट्रेडर्स को पूरी रकम दे दी गई है. अब स्कूल प्राचार्य जाने और ट्रेडर्स जाने. मैं किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हूं.

प्राचार्य सिया राम कुर्रे ने बताया कि मुझे 16 जनवरी 2020 को 50 टेबल-बेंच का सेट मिला है. बाकी के टेबल-बेंच कहा हैं, इसकी मुझे कोई जानकारी नहीं है. इस संबंध में मैं सीएमओ को 19 नवंबर 2020 को जानकारी दे दिया हूं.

शाला विकास एवं प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मोहन चक्रधारी ने बताया कई बार मामले की शिकायत करने के बाद भी जांच नहीं की जा रही है. ऐसे में अधिकारी-कर्मचारियों के गबन करने का संदेह लगता है. मामले की जांच करने के साथ जिम्मेदार अधिकारी-कर्मचारी पर कार्रवाई की जानी चाहिए.

विधायक प्रतिनिधि रवि कुमार निर्वाण ने मामले में जांच कर दोषी पाए जाने पर जिम्मेदार अधिकारी पर कार्रवाई करते हुए गबन किए गए लाखों रुपयों की राशि को वापस नगर पंचायत में जमा करवाना चाहिए.

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