कुशीनगर. सरकार जिरो टालरेंस की नीति को लेकर भले ढोल पीट रही हो, लेकिन जमीनी धरातल पर जीरो टॉलरेंस की नीति फेल होता नजर आ रहा है. यह केवल कागजी आंकड़ों और चुनावी भाषणों तक सीमट कर रह गया है. भ्रष्टाचार बेलगाम हो गया है. इस पर अंकुश नहीं लग पा रहा हैं वजह यह है की जिम्मेदार अधिकारी भी कहीं न कहीं इसमें संलिप्त हैं, जिसके चलते बरसात के समय हो रहे नाली निर्माण कार्य पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा हैं.

मामला जनपद के नगर पालिका परिषद कुशीनगर के वार्ड नंबर 18 श्यामा प्रसाद मुखर्जी वार्ड का हैं, जहां अमिय चौक से कसया पडरौना मुख्य मार्ग के किनारे नाली निर्माण कार्य हो रहा है. जिसमें जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है. नाली निर्माण कार्य में जो सामाग्री का उपयोग हो रहा है बेहद घटिया और मानक के विपरीत हो रहा है. जिस गिट्टी का उपयोग हो रहा थर्ड किस्म का हैं साथ ही मौरंग के स्थान पर डस्ट का इस्तेमाल किया जा रहा है और जो सरिया इस्तेमाल किया जा रहा वह एक-एक फुट पर लगा हुआ है.

वहीं बरसात के समय हो रहे नाली निर्माण के कार्य पर नगर वासी सवाल खडा कर रहे हैं. आखिर क्यों बरसात के समय नाली निर्माण आनन फानन में कराया जा रहा हैं. इस हो रहे नाली निर्माण पर नगर वासियों ने सवाल खड़ा करते हुए बताया कि ठेकेदार अपने मन मुताबिक काम कर मौरंग के स्थान पर डस्ट का प्रयोग करा रहा है. वहीं नाली इस समय पानी से लबालब भरा हुआ है. पानी किसी तरह उसमें है निकाल कार्य कराया जा रहा है. अब आप सहज अंदाजा लगा सकते हैं कि निमार्ण कार्य कब तक टिकेंगे. सीमेंट भी मानक के अनुरूप नहीं मिलाया जा रहा है.

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घटिया सामग्री का प्रयोग किए जाने से नाली नाली ज्यादा दिन तक नहीं चल सकती हैं, लेकिन नाली निर्माण में महज खानापूर्ति की जा रही है. घटिया सामग्री से हो रहे निर्माण में नगरपालिका परिषद द्वारा भारी लापरवाही की जा रही है. अब देखना यह हैं कि यह नाली निर्माण कब तक टिकता या इसी तरह और नगर पालिका में नालियो की तरह गिर कर निर्माण कार्य का पोल खोल देती इस संबंध में जब ईवो नगर पालिका कुशीनगर से इस सम्बन्ध में जानकारी लेने का प्रयास किया गया तो उनका मोबाइल नाट रीचेबल बता रहा था तो वहीं अपर जिला अधिकारी का मोबाइल कई बार घंटी करने के बाद भी रिसीव नहीं हुआ, जिससे इस सम्बन्ध में जिम्मेदार अधिकारी से पूरी जानकारी नहीं हो सकीं. अब देखना यह है कि नाली निर्माण कितने दिनों तक टिकाऊ रहता है.

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