Health Tips : कॉटन कैंडी एक ऐसी चीज होती है, जिसे देखकर बच्चे तो बच्चे बड़ो का भी खाने को जी चाहता है. वहीं पेरेंट्स भी अक्सर बच्चों को बाहर घूमने जाने पर दिलवा ही देते हैं, लेकिन अगर आप अपने बच्चों की सेहत को लेकर जागरुक हैं तो कॉटन कैंडी खाने और अपने बच्चों को खिलाने से पहले एक बार इसके नुकसान जरूर जान लें.
दरअसल, पुडुचेरी राज्य में कॉटन कैंडी की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके उत्पादन में एक खतरनाक रसायन, रोडामाइन-बी मिला है, जो हमारी बॉडी के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक है. आज हम आपको बताएंगे कि रोडामाइन बी क्या है, और हमारी बॉडी में इसका क्या असर पड़ता है.
कॉटन कैंडी क्या है?
कॉटन कैंडी को ‘फेयरी फ्लॉस’ भी कहा जाता है और ‘बुड्ढी के बाल’ के नाम से भी जानते हैं. यह एक पारंपरिक मिठाई है जो कई जगहों पर उपलब्ध है. कॉटन कैंडी एक प्रकार की स्पन शुगर है जो कई देशों में लोकप्रिय है. इसे चीनी की चाशनी से बनाया जाता है, फिर एक छोटे छेद के माध्यम से घुमाया जाता है, जिसे एक छड़ी पर इकट्ठा किया जाता है और फिर कॉटन कैंडी के रूप में परोसा जाता है. अलग-अलग रंगों में बनी यह डिश बड़े स्वाद से खाई जाती है और वजन में भी काफी हल्की होती है.
रोडामाइन बी
यह एक कैमिकल है इसका उपयोग डाई के तौर पर किया जाता है, लेकिन अगर इसे खाने में मिलाया जाता है तो शरीर में पहुंचकर एक एंजाइटी और बैचेनी को पैदा करता है. इतना ही नहीं अगर आप लंबे समय तक इसका सेवन करते हैं तो इससे कैंसर और लीवर इंफैक्शन जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है.
कॉटन कैंडी खाने के नुकसान
- कॉटन कैंडी में मौजूद उच्च शर्करा सामग्री ब्लड शुगर के स्तर को तेजी से बढ़ा सकती है, जिससे सक्रियता और इससे उत्पन्न ऊर्जा की मात्रा बढ़ जाती है. इससे बच्चों का मूड लगातार बदलता रहता है और वे चिड़चिड़े हो जाते हैं.
- इसके अधिक सेवन से वजन बढ़ सकता है. इतना ही नहीं इस कॉटन कैंडी में मौजूद मिठास दांतों के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव के कारण दांत दर्द और दांतों में सड़न के साथ-साथ बचपन में मोटापे का खतरा भी बढ़ा सकती है.
- कॉटन कैंडी में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होती है. इसलिए बार-बार सेवन से बच्चे के आहार में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जिससे संभावित पोषण संबंधी कमी हो सकती है. इसके अतिरिक्त, कॉटन कैंडी में अक्सर उपयोग किए जाने वाले कृत्रिम रंग और स्वाद संवेदनशील बच्चों में एलर्जी का कारण बन सकते हैं.
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