नई दिल्ली। देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की आज पहली पुण्यतिथि है. पूरा देश आज नम आंखों से अपने पहले सीडीएस बिपिन रावत को याद कर रहा है. विदेश मंत्री एस जयशंकर से लेकर कई राज्यों के मुख्यमंत्री और बड़ी हस्तियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है.

उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी बुधवार को देहरादून बीजेपी कार्यालय में बिपिन रावत की पहली पुण्यतिथि पर एक श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि जनरल भले दुनिया से चले गए हों लेकिन वे अमर हो गए हैं. हमारे राज्य को लेकर उनकी बहुत सारी कल्पना थी, उन सब को लेकर हम आगे बढ़ेंगे.

अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने भी बिपिन रावत को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की है. उन्होंने एक ट्वीट के जरिए कहा है, हमारे पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत को उनकी पुण्यतिथि पर मेरी विनम्र श्रद्धांजलि. जनरल रावत ने हमारे सैन्य प्रतिष्ठान को मजबूत करने और उन्नत करने में एक असाधारण भूमिका निभाई! उनकी दूरदृष्टि और आदर्श हमें सदैव प्रेरणा देते रहेंगे.

हेलीकॉप्टर हादसे में हुए थे शहीद

बता दें कि 8 दिसंबर 2021 को सीडीएस बिपिन रावत हेलीकॉप्टर हादसे में शहीद हो गए थे. तमिलनाडु के कुन्नूर के पास जंगलों में उनका हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया था. यह हादसा उस वक्त हुआ था, जब बिपिन रावत एक कार्यक्रम के लिए वेलिंगटन जा रहे थे. इस हादसे में बिपिन रावत के साथ-साथ उनकी पत्नी मधुलिका रावत और 11 अन्य अधिकारियों की भी मौत हो गई थी.

सबसे लंबे समय तक रहे सेना प्रमुख

जनरल बिपिन रावत उत्तराखंड के गढ़वाल के रहने वाले थे. सीडीएस रहने से पहले वो लंबे समय तक सेना प्रमुख रहे थे. जिस वक्त भारतीय सेना ने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक की थी उस वक्त बिपिन रावत ही सेना प्रमुख थे. बिपिन रावत के परिवार के कई पीढ़ियों ने भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दी हैं. इनके पिता लक्ष्मण सिंह रावत ने भी भारतीय सेना में अपनी सेवाएं दी है. लेफ्टिनेंट जनरल पद से सेवानिवृत्त हुए थे.