चेन्नई. सैटेलाइट पर आधारित लैंडिंग सिस्टम “गगन” का उपयोग करने वाली इंडिगो देश की पहली ऐसी एयरलाइन बन गई है, जिसने विमान को सफलता पूर्वक लैंड कराया है. इसके साथ ही यह भारत के लिए भी बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि इस सफल लैंडिंग के बाद अब भारत एशिया का पहला देश बन गया है, जिसके पास यह सिस्टम मौजूद है.

‘गगन’ जीपीएस से सहायता प्राप्त जियो ऑग्मेंटेड नेविगेशन प्रणाली है. इसे इसरो और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने मिलकर विकसित किया है. यह लैंडिंग के समय विमान को कैटेगरी 1 के लैंडिंग सिस्टम के बराबर सटीकता प्रदान करता है. स्वदेशी विमान संचालन प्रणाली ‘गगन’ से लैस निजी विमानन कंपनी इंडिगो के विमान एटीआर 72-600 ने गुरुवार को राजस्थान अजमेर के किशनगढ़ एयरपोर्ट पर सुरक्षित लैंडिंग की.

इंडिगो एयरलाइंस

DGCA से अनुमोदन मिलने के बाद इंडिगो के विमान ने यह परीक्षण लैंडिंग की थी, इसके लिए पायलटों को प्रशिक्षण दिया गया था और पूरी प्रणाली की जांच की गयी थी. इंडिगो के सीईओ और सर्वकालिक निदेशक रोनोजॉय दत्ता ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत की दिशा में यह बड़ा कदम है. अमेरिका और जापान के बाद भारत दुनिया का ऐसा तीसरा देश बन गया है, जिसके पास अपना अंतरिक्ष आधारित आॉग्मेंटेड सिस्टम है.

विमानन कंपनी ने कहा कि क्षेत्रीय संपर्क योजना के तहत संपर्क से जोड़े गए छोटे एयरपोर्ट पर विमान की लैंडिंग में ‘गगन’ बहुत मददगार साबित होगा. खासकर उस स्थिति में जब उस हवाईअड्डे पर लैंडिंग सिस्टम उपलब्ध नहीं हो या उसे स्थापित ही नही किया गया हो.

DGCA ने एक जुलाई 2021 के बाद भारत में पंजीकृत सभी विमानों को ‘गगन’ से लैस करना जरूरी कर दिया था. इससे उड़ानों की देर में कमी आने के साथ ईंधन की बचत होगी और विमान की सुरक्षा भी बेहतर होगी. ‘गगन’ का उपयोग परिवहन, रेलवे, सर्वेक्षण, राजमार्ग, दूरसंचार और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा किया जा सकता है.

Also Read – तितलियों के लिए बनेंगे घास के मैदान, विदेशी कीकर हटाकर लगाए जाएंगे भारतीय पौधे