लखनऊ। उत्तर प्रदेश में कोविड-19 की 98 प्रतिशत से अधिक रिकवरी दर है. इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संतोष व्यक्त करते हुए कोविड-19 से बचाव व उपचार की व्यवस्थाओं को पूरी तरह चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा है कि कोरोना के सम्बन्ध में प्रत्येक स्तर पर पूर्ण सावधानी बरती जाए, इस सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है.

मुख्यमंत्री ने अपने सरकारी आवास पर आहुत उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक व्यवस्था की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने कोविड-19 के वैक्सीनेशन कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश देते हुए कहा कि राज्य सरकार की यह प्राथमिकता है कि अधिक से अधिक लोग कोरोना वैक्सीन का लाभ प्राप्त करें.

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना फ्रंटलाइन वर्कर्स को वैक्सीन लगाए जाने के सम्बन्ध में सूचित करने के लिए जनपदों में स्थापित इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कन्ट्रोल सेन्टर का उपयोग किया जाए. उन्होंने कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान को भारत सरकार के दिशा-निर्देशों तथा क्रम के अनुरूप संचालित करने के निर्देश दिए हैं.

मुख्यमंत्री ने लोगों को कोविड-19 से बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर जागरूक किए जाने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने कहा कि इस कार्य में विभिन्न प्रचार माध्यमों के साथ-साथ पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक उपयोग किया जाए. कोविड-19 की टेस्टिंग का कार्य पूरी क्षमता से संचालित किया जाए. उन्होंने कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग तथा सर्विलांस सिस्टम को सुदृढ़ बनाए रखने के निर्देश दिए हैं.

बैठक में मुख्य सचिव आरके तिवारी, कृषि उत्पादन आयुक्त आलोक सिन्हा, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक हितेश सी अवस्थी, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल, अपर मुख्य सचिव राजस्व रेणुका कुमार, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद, अपर मुख्य सचिव पंचायतीराज एवं ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री एसपी गोयल, अपर मुख्य सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार, प्रमुख सचिव पशुपालन भुवनेश कुमार, सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।