रायपुर। माकपा ने केंद्र सरकार द्वारा दिन पेट्रोल, डीजल की कीमतों में केंद्र की मोदी सरकार 23 मार्च के बाद से लगातार लगभग प्रतिदिन की गई बढ़ोतरी और रसोई गैस की कीमत में एकमुश्त बढ़ोतरी का तीव्र विरोध किया. केंद्र सरकार से इसे तत्काल वापस लेने की मांग करते हुए आज प्रदर्शन कर मोदी सरकार का पुतला फूंका.

माकपा नेता धर्मराज महापात्र एवं जिला सचिव प्रदीप गभने ने प्रदर्शन के बाद सभा को संबोधित करते हुए कहा कि पेट्रोल-डीजल पर जो उत्पाद शुल्क क्रमशः 9.48 रु और 3.56 रु था मोदी सरकार ने इसे बढ़ाकर क्रमशः 32.90 रु और 31.80 रु कर दिया केंद्रीय वार्षिक राजस्व संग्रह जो कि वित्तीय वर्ष 2015 में सकल घरेलू उत्पाद का मात्र 1.38% था वह वितिय वर्ष 2021 में गुब्बारे की तरह फूलकर 2.3% हो गया है. यह आंकड़ा 2020 में अब तक 2.1% तक पंहुच गया है.

यह सीधे जनता से लूट है. जनता मंहगाई की मार से त्रस्त है और केंद्र सरकार जनता की जेब पर डाका डालने में लगी है. आवश्यक खाद्य वस्तुओं के परिवहन लागत में इसके प्रभाव से हो रही वृद्धि से खाद्य वस्तुएं उछाल पर हैं. चुनाव नतीजे आने के बाद एकमुश्त रसोई गैस के दाम में 50 रु की वृद्धि कर दी गई. पार्टी ने उसका तीव्र विरोध करते हुए पेट्रो पदार्थों पर सेवा अधिभार को वापस लेने और कीमत घटाने की मांग की.

माकपा नेताओं ने कहा कि यह करोना की मार से पीड़ित जनता पर वज्रपात है. मोदी सरकार कांग्रेस पर मंहगाई रोकने में नाकामी का आरोप लगाती रही. आज उसके राज में मंहगाई आसमान छू रही और वह राहत के बजाय जनता से लूट में लगी है.

पार्टी ने तथाकथित योग बाबा द्वारा 2014 के पहले 35 रु लीटर वाली सरकार चुनने के बयान पर हाल में पत्रकारों के सवालों पर भड़कने के समाचारों पर कहा कि इससे उस बाबा की असलियत भी सामने आ गई है.

पार्टी ने मोदी सरकार के इस बयान को जनता से धोखा बताया कि इस पर सरकार का नियंत्रण नहीं है, यह कंपनिया तय करती है, क्योंकि अगर ऐसा है तो चुनाव के दौरान 136 दिन तक इनकी कीमत कैसे नहीं बढ़ी.

यही नहीं पिछले दो साल में ही ईंधन की कीमत 49%, रसोई गैस की कीमत 42% और चावल, आटा, चीनी, तेल यहां तक कि दवाई की कीमतें भी 100 से 200% तक बढ़ गई है ।पार्टी ने केंद्र सरकार से तत्काल जनता को मंहगाई से राहत देने दाम घटाने और गैर आयकर दाता सभी परिवार को आगामी छह माह 7500 रु नगद हस्तांतरण की मांग की.

आज शाम 5.30बजे बूढ़ापारा धरना स्थल पर इसके पूर्व प्रदर्शन कर मोदी सरकार का पुतला जलाया गया. इस प्रदर्शन में धर्मराज महापात्र, प्रदीप गभने, अजय कन्नोजे, के के साहू, साजिद रजा, जितेंद्र नशकर, गजेंद्र पटेल, देवेंद्र सोरी, सूरज, गेडाम, सर्जू यादव प्रमुख रूप से शामिल थे.