पुरषोत्तम पात्रा,गरियाबंद. नक्सल प्रभावित गरियाबंद जिलें में घात लगाकर किये गये नक्सली हमले में दो जवान शहीद हो गये थे. जिसके के बाद शहीद जवानों को उनके गृह ग्राम भेजा गया. जहां उन्हें आज नम आखों से अंतिम विदाई दी गई.

आमामोरा में बुधवार को शहीद हुए जवान भोजराम का शव आज गृहग्राम करचिया पहुंचा. जहां अंतिम दर्शन के लिए लोग भारी संख्या में पहुंचे हुए थे. शव के पहुंचते ही जवान के परिजन बिलखने लगे और पूरे गांव में कोहराम मच गया.

जिला मुख्यालय से गाड ऑफ ऑनर देने के बाद जवान के शव को 12 बजे करचिया लाया गया. लेकिन चौंकाने वाली बात यह रही कि शव को पिकअप से लाया गया. इस बात को लेकर ग्रामीणों का गुस्सा फूट गया और उन्होंने आरोप लगाया कि खटारा वाहन से शव को लाना जवान का अपमान है.

मौके पर मौजूद एसडीओपी ने स्थिति को संभालते हुए ग्रामीणों को समझाइश दी कि सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर इसी तरह से ही शव को लाया जाता है, तब जाकर गुस्साए ग्रामीणों को शांत हुआ. इस दौरान शहीद भोजराम को इलाके के जनप्रतिनिधियों समेत ग्रामीणों ने श्रद्धांजलि दी. गमगीन माहौल में शव को मुख्यअग्नि छोटे भाई और पिता ने दी. जिसके बाद शहीद भोजराम का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन हो गया.

बता दें की भोजराम अपने पांच सदस्यी परिवार के इकलौता सहारा थे. भोजराम के पिता गुजह बसर के लिए मजदूरी करते हैं. दूखी पिता ने बताया कि एक बेटा देश के लिए शहीद हो गया, मुझे इस बात पर गर्व है. उन्होंने मांग की है कि परिवार के सदस्यों का सपना पूरा करने के लिए दूसरे बेटे के लिए अनुकंपा नियुक्ति दी जाए.

शहीद लेखराम को भी दी गई अंतिम विदाई

सुशील सलाम, कांकेर. नक्सल प्रभावित गरियाबंद जिलें में घात लगाये नक्सलियों ने पुलिस के गश्ती दल पर हमला कर दिया था. इस हमले में लेखराम बघेल शहीद हो गये थे. जिसके बाद लेखराम का पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके पैतृक गांव कांकेर जिले के ढोड़कावाही गांव में पंचतत्व में विलीन हो गया.

शहीद के परिवार के साथ ही आस-पास के गांव के सैकड़ों लोग इस अंतिम संस्कार कार्यक्रम में शामिल हुए. पूरा परिवेश शोकाकुल था. माओवादी हमले में शहीद हुए जवान लेखराम बघेल को गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई दी गई.इस मौके पर डीआईजी पुलिस रतनलाल डांगी, एसपी कन्हैयालाल ध्रुव, कलेक्टर टामन सिंह सोनवानी समेत जनप्रतिनिधी और पुलिस जवान मौजूद थे.

बता दें कि बुधवार को गरियाबंद जिले के मैनपुर थाना क्षेत्र में ​सुरक्षा बल के जवान गस्त में थे। दल जब पड़ोसी राज्य उड़ीसा के सीमावर्ती क्षेत्र में था तब नक्सलियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर दिया और गोलीबारी शुरू कर दी। इस घटना में दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।