दंतेवाड़ा। वैसे तो दंतेवाड़ा अधिकतर नक्सली वारदातों के कारण लोगों के बीच चर्चा में रहता है, लेकिन यहां की कई विशेषताएं हैं, जो कम सुर्खियों में रहती है. जिले में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. बस जरूरत है इन्हें निखारने और सामने लाने की. यहां के खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए क्षेत्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन किया गया.
क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन
जिले के कटेकल्याण में सीआरपीएफ की 195वीं बटालियन के मिशन समावेश के तहत क्षेत्रीय क्रिकेट टूर्नामेंट का आयोजन हुआ. इसमें खिलाड़ियों का उत्साह देखते ही बना. वहीं टूर्नामेंट को देखने के लिए कई गांवों से लोग आए.
जिले की 16 टीमें क्रिकेट टूर्नामेंट में शामिल हुईं. मेंडोली, सुरनार, पर्चेली, गाटम, नदीकोंटा, तुमकपाल जैसे गांवों की 16 टीमों ने सीआरपीएफ जवानों के साथ क्रिकेट खेला. इसमें मेजबान टीम सीआरपीएफ 195वीं बटालियन की डी कंपनी विजेता रही, तो वहीं उपविजेता सुरनार की टीम बनी.
क्रिकेट टूर्नामेंट के समापन के मौके पर सीआरपीएफ के डीआईजी डीएन लाल, कमांडेंट आरके सिंह द्वितीय कमान अधिकारी, सहायक कमांडेंट अम्बुज मुथाल, देवाराम चौधरी, हरिजिन्दर सिंह, योगेश नेगी और कटेकल्याण थाना प्रभारी विजय पटेल मौजूद रहे.
सामुदायिक पुलिसिंग पर जोर
गौरतलब है कि सुरक्षाबलों की कई टुकड़ियां कलेकल्याण से नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ने के लिए प्रयासों में लगी हुई है. यहां कुछ साल पहले तक नक्सलियों की जबरदस्त पकड़ थी, लेकिन सुरक्षाबलों ने इन पर लगाम कसने में सफलता पाई है. यहां तैनात सीआरपीएफ और जिला पुलिस ग्रामीणों को जोड़ने के लिए भी काफी काम कर रही है.
गांवों में पुलिस का डर खत्म करने के लिए सामुदायिक पुलिसिंग की जा रही है. इसके तहत कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं, ताकि जवानों और ग्रामीणों के बीच दूरियां खत्म हो सके.