हेमंत शर्मा, रायपुर। पुलिस कप्तान अजय यादव ने आज पहली क्राइम मीटिंग ली। बैठक में एडिशनल एसपी, सीएसपी और थाना प्रभारी मौजूद थे। लगभग पांच घंटे तक चली इस मैराथन बैठक में पेंडिंग मामलों पर थानेवार समीक्षा की गयी। एसएसपी अजय यादव ने बैठक के दौरान कड़े तेवर दिखाते हुए थानों में ज्यादा पेंडिंग मामलो को लेकर नाराजगी जताई। इसके लिए उन्होंने कई थाना प्रभारियों को कड़ी फटकार लगाई और पेंडिंग मामलो के जल्द निराकरण के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने गुंडे बदमाशो और नशे के खिलाफ नकेल कसने की बात कही। वहीं सूत्रों के अनुसार जिन मामलो का निराकरण किया जा सकता है लेकिन उसके बावजूद उनका  निराकरण नही किया गया इसके लिए शहर के तीन थाना प्रभारियों से स्पष्टीकरण मांगा गया है।

एसएसपी अजय यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि क्राइम मीटिंग जिले की पुलिसिंग का रूटीन काम है। यह हर महीने होनी चाहिए। इसमें बेसिकली थानों में जो भी पेंडिंग पड़े हुए अपराध है। उनकी समीक्षा की जाती है। थानों में पेंडिंग अपराध, पेंडिंग मर्ग और पेंडिंग शिकायतें उनका निराकरण कैसे हो रहा है ये देखने की बात है और थानावार हर एक थाने की पेंडेंसी है उसकी समीक्षा की जाती है कि पेंडिंग क्यों है। समय से यदि निराकरण नहीं हो रहा है तो क्यों नही हो पा रहा या किसी प्रकरण विशेष मे समस्या है तो उसको बैठ कर दूर किया जाए। इसके साथ थाना लेबल पर थाना की वर्किंग है साफ सफाई से लेकर के बाकी चीज में वो भी देखा जाता है। प्लस यदि थाने की कोई समस्या एसपी ऑफिस से जहां पर जो पुलिस स्टॉफ के पर्सनल क्लेम्स या कोई चीज है वो अगर अटके पड़े है तो वो सभी देखे जाते है। लघु और प्रतिबंधात्मक कार्रवाइयों में कमी बेशी हो रही है या थाने में कम नही हो रहा है उसको देखा जाता है। सामाजिक बुराई के रुप में है जुआ सट्टा आदि पर कार्रवाई वो देखी जाती है और वो सभी को एनालिसिस किया गया। सबको उस पर अधिक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया है।

एसएसपी ने आगे कहा कि कई थानों में बहुत सारे पेंडिंग मामले है सभी की समीक्षा की गई है और नोट किया गया है। इसके बाद जो स्पष्टीकरण है सभी को ऑफिस से जारी होगा। जैसे जो कई थानों में पेंडिंग मर्ग रखे गए थे वो नजर में आया है उनका नाम लेना उचित नहीं होगा। उन सभी को हम लोगो ने नोटिस अभी दिया है जिसका रिटर्न नोटिस जाएगा फ़ॉलोअप होगा और उसमें फिर उनसे रिटर्न में पूछा जाएगा। अगर पेंडिंग रखने के लिए लापरवाही पाई जाती है तो दंडात्मक कार्रवाई भी की जाएगी।