हकिमुददीन नासिर, महासमुंद। शिशुपाल पर्वत वाटरफॉल से पिछले महीने मिली सड़ी-गली महिला की लाश के मामले में सनसनीखेज खुलासा हुआ है. बलौदा थाना पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि महिला की मौत कोई हादसा नहीं बल्कि हत्या थी. और हत्या करने वाला आरोपी उसका ही पति निकला. आरोपी पति ने धक्का देकर मौत के घाट उतारा था.

जानकारी के अनुसार, 22 मार्च को बलौदा थाना क्षेत्र के शिशुपाल पर्वत पर एक महिला की सड़ी-गली लाश मिलने से हड़कंप मच गया था. अमलीपदर निवासी सुरेश कुमार ने पुलिस को सूचना दी थी कि वह पुजारीपाली निवासी अजय बरिहा को देखने शिशुपाल पर्वत गया था, जहां उसे एक युवती की लाश दिखाई दी. घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और पंचनामा कार्रवाई कर शव को पोस्टमार्टम के लिए रायपुर मेकाहारा भेजा. प्रारंभिक जांच में अनुमान था कि महिला की मौत फिसलने से हुई होगी, लेकिन पुलिस को संदेह बना रहा.

25 मार्च को चतुर्भुज मानिकपुरी ने शव की पहचान अपनी बेटी खीरबाई मानिकपुरी, निवासी बानीपाली के रूप में की. पुलिस ने जब इस एंगल से जांच शुरू की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए. मृतिका की शादी चार साल पहले जलपुर के भोजराज मानिकपुरी से हुई थी. शादी के तीन साल बाद से ही दोनों के बीच विवाद और झगड़े शुरू हो गए थे. इससे तंग आकर खीरबाई ने अपने पति का घर छोड़ दिया था और सरायपाली में किराये के मकान में रहकर काम करने लगी थी.

6 मार्च को काम पर जाने से पहले खीरबाई ने अपने परिवार को बताया था कि वह काम के बाद अपने पति भोजराज से मिलने जा रही है और अब वह साथ रहने को तैयार है. इसके बाद वह वापस नहीं लौटी. पुलिस ने दोनों के मोबाइल की कॉल डिटेल और लोकेशन निकाली तो दोनों की आखिरी कॉल एक-दूसरे से ही थी और लोकेशन शिशुपाल पर्वत की पाई गई.

जिसके बाद पुलिस ने पति को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू की. इस दौरान पूछताछ में भोजराज मानिकपुरी ने हत्या करना कबूल कर लिया. उसने बताया कि शिशुपाल पर्वत पर दोनों के बीच फिर से झगड़ा हुआ, जिसके बाद उसने खीरबाई को धक्का दे दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.

पुलिस ने आरोपी पति भोजराज मानिकपुरी को गिरफ्तार कर लिया है और उसके खिलाफ BNS की धारा 238और 103 के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है.