बिलासपुर. हरियाणा से आये हार्वेस्टर ब्यापारी के किराये के मकान में चोरी का खुलासा हो गया है. मकान के पास स्थित ढाबा के वेटर ने होटल खोलने के उद्देश्य से अपने साथियों के साथ घटना को अंजाम दिया था. मामले में दो विधि के साथ संघर्षरत् बालकों सहित कुल चार आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं. आरोपियों से चोरी हुए 4,84,000 रुपए में से 4,50,000 रुपए बरामद करने में पुलिस को सफलता मिली है.

हरियाणा का रहने वाला प्रार्थी सुखवंत सिंह पिता बलदेव सिंह (45 वर्ष) हार्वेस्टर चलाने छत्तीसगढ़ आया है. वह मोपका बायपास में किराये का मकान लेकर अपने अन्य सहयोगियों के साथ रहा है. उसने कुछ दिन पहले ही अपने पुराने हार्वेस्टर को 15 लाख रुपए में बेचा था, जिससे मिले नगद 4,84,000 रुपए को अपने किराये के मकान में बैग में भर कर रखा था. एक दिसंबर को गाड़ी बनवाने के लिए बाहर जाने पर उनके सूने मकान से चोरों ने नगदी रकम 4,84,000 रुपए और एक मोबाइल व पॉवरबैंक को चोरी कर ले गये.

ढाबे में काम करने वाले वेटरों ने दिया चोरी को अंजाम

प्रार्थी सुखवंत सिंह की सूचना पर थाना कोनी में मामला दर्ज कर आरोपियों की पतासाजी शुरू की गई, जिसमें मुखबिर से मिली सूचना पर मकान के पास स्थित ढाबा में कार्यरत वेटर अपने साथियों के साथ महंगी शराब और अनाप-शनाप खर्च कर रहा है. जिस पर क्राइम ब्रांच की टीम ने बनवारी उर्फ कृष्ण चंद्र यादव से पूछताछ की, जिसमें उसने ढाबा में कार्यरत वेटरों के साथ प्रार्थी के किराए के मकान से चोरी करना स्वीकार किया. अन्य आरोपियों ने पूछताछ में अपराध करना स्वीकार किया.

आरोपियों ने खर्च कर डाले  34 हजार  रुपए

आरोपियों के बताए अनुसार, नगोई एवं हरदी डीह के बीच जंगल में छिपाकर रखे प्रार्थी के मोबाइल फोन एवं पावर बैंक तथा आरोपियों के मकान से कुल 4,50,000  रुपए और घटना में प्रयुक्त मोटर साइकिल जब्त किया है. गिरफ्तार आरोपियों में बनवारी उर्फ कृष्णचंद्र यादव पिता लतेल राम यादव (21 वर्ष), शैलेन्द्र रजक उर्फ मोन्टू पिता सुखचंद्र रजक (22 वर्ष) एवं दो अन्य विधि के साथ संघर्षरत् बालक शामिल है.

प्रकरण को सुलझाने में क्राइम ब्रांच के सहायक उप निरीक्षक हेमंत आदित्य, प्रधान आरक्षक अशोक चौरसिया, अशोक मिश्रा, अनिल साहू, आरक्षक वीरेन्द्र साहू, विकास यादव, कमल साहू, बोधू राम कुम्हार, अविनास पाण्डेय की भूमिका रही.