कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। ग्वालियर पुलिस की साख पर बट्टा लगाने वाला एक वीडियो वायरल हुआ है। अपहरण और हत्या का आरोपी गिरफ्तार होने के 24 घंटे के अंदर पुलिस अभिरक्षा में सेंध लगाकर फरार हो गया। आरोपी के भागने का CCTV फुटेज भी सामने आया है, जिसमें अपराधी आगे-आगे भाग रहा है। वहीं पुलिसकर्मी उसे पकड़ने के लिए पीछे-पीछे भाग रहे हैं। फरार बदमाश का नाम जयपाल उर्फ मुकेश परिहार है। घटना घासमंडी स्थित श्रीकृष्ण मेमोरियल सरकारी स्कूल के पास की है। इधर आरोपी की सुरक्षा में तैनात 3 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है।
दरअसल पूरा मामला 9 साल पहले यानी साल 2013 की है। जयपाल ने अपने साथियों के साथ मिलकर बहोड़ापुर इलाके में रहने वाले व्यापारी के बेटे प्रंकुल शर्मा (18) का अपहरण कर लिया था। उन्होंने बदले में फिरौती की मांग की थी। हालांकि बाद में डबरा के पास सिंध नदी में ले जाकर छात्र की हत्या कर दी थी। इस वारदात के 9 आरोपियों में से 8 जेल हो चुकी है। वहीं वारदात में शामिल जयपाल फरार था।
जयपाल दिल्ली भाग गया था। वहीं पर पहचान बदलकर पिछले 9 साल से रह रहा था। उसने माता-पिता की मदद से खुद को यहां मृत घोषित करवा दिया था। खुद को मरा बताकर आरोपी फर्जी दस्तावेजों के जरिए पहचान छुपाकर दिल्ली में मौज काट रहा था। दिल्ली में आरोपी जयपाल बघेल के नाम से रह रहा था। 9 साल बाद पुलिस को मुखबिर से जयपाल के बारे में खबर मिली। इसके बाद पुलिस लोकेशन के आधार पर दिल्ली पहुंची और शुक्रवार को उसे पकड़ लिया। शनिवार को दिल्ली से ग्वालियर लेकर पहुंची थी।
उसकी उम्र की सत्यता जानने लेकर स्कूल पहुंची थी पुलिस
शनिवार शाम पुलिसकर्मी पुलिस आरोपी की उम्र की सत्यता जानने उसे स्कूल लेकर आई थी। इसी दौरान जब पुलिसकर्मी बातचीत में व्यस्त हुए तो उसने हाथ में बंधी रस्सी छुड़ा ली और कांस्टेबल का पकड़ा हाथ झटककर दौड़ लगा दी। जब जयपाल उर्फ मुकेश ने इस वारदात को अंजाम दिया था, तो वह 16 साल का था। उसके नाबालिग होने के कारण पुलिस गफलत में थी। 9 साल बाद अब वह 25 का हो गया है। उसकी उम्र को लेकर ही छानबीन करने बहोड़ापुर पुलिस के SI मोहन सिंह और हवलदार रवि पाठक उसे लेकर घासमंडी स्थित उसके स्कूल श्रीकृष्ण मेमोरियल पहुंचे थे। यहां वह उसकी अंकसूची को लेकर बात कर रहे थे। इसी समय वह चकमा देकर भागने लगा। हवलदार ने उसे पकड़ा तो उसने हाथ छुड़ाकर धक्का दे दिया और चंदन नगर की तरफ भाग गया।
इन पुलिसकर्मियों पर गिरी गाज
आरोपी के उम्र की सत्यता की जांच करने के लिए उसे लेकर एसआई मोहन सिंह, हवलदार रवि पाठक और हवलदार रघुवीर को जाना था। हालांकि उसे स्कूल लेकर सिर्फ एसआई मोहन सिंह और हवलदार रवि पाठक ही पहुंचे थे। एक हवलदार गायब था। इस पर बड़ी लापरवाही और चूक को लेकर SSP अमित सांघी ने तीनों पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। वहीं मामले में जांच की जा रही है।
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