भोजपुर, बिहार। लोकतंत्र का चौथा खंभा यानि पत्रकार भी अब सुरक्षित नहीं हैं. देशभर में पत्रकारों पर लगातार हमले होते रहते हैं. पिछले साल बैंगलुरू में पत्रकार गौरी लंकेश की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. अब ताज़ा मामला सामने आया है बिहार के भोजपुर से, जहां रविवार की रात आरोपियों ने एक पत्रकार समेत 2 लोगों को गाड़ी से कुचल दिया. इसमें पत्रकार और दूसरे व्यक्ति की मौत हो गई है.

वारदात आरा-सासाराम स्टेट हाईवे पर गड़हनी थाना क्षेत्र के नहसी गांव में हुई. हत्या का आरोप गड़हनी के एक पूर्व मुखिया के परिजनों पर लग रहा है. बताया जा रहा है कि गड़हनी की पूर्व मुखिया शाहिदा प्रवीण के पति हरसू मियां से मृतक का किसी बात पर विवाद हुआ था. ये भी पता चला है कि हत्या में इस्तेमाल की गई गाड़ी को मुखिया का पति हरसू ही चला रहा था.

मृतक पत्रकार नवीन निश्चल हिंदी अख़बार दैनिक भास्कर में काम करते थे, वहीं अन्य मृतक विजय सिंह एक मैगजीन में कार्यरत थे. दोनों गड़हनी थाना के बगवां गांव के निवासी थे.हत्या के बाद इलाके के लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. हत्या में इस्तेमाल स्कॉर्पियो को लोगों ने फूंक दिया और शवों को रास्ते पर रखकर चक्काजाम कर दिया. लोगों ने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि यहां कोई सुरक्षित नहीं है. फिलहाल पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपियों की तलाश में जुट गई है. वहीं मृतकों के घर में मातम का माहौल है. परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.

बिहार में पत्रकार की हत्या का ये कोई नया मामला नहीं है. सालभर पहले सिवान में भी पत्रकार राजदेव रंजन की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी.