अंबिकापुर। उप संचालक पशुपालन विभाग सूरजपुर में वैक्सीन खरीदी में भारी गड़बड़ी उजागर हुई है. आरटीआई के जरिए इतने बड़े महाघोटाले का पर्दाफाश हुआ है. आरटीआई कार्यकर्ता और अधिवक्ता डी के सोनी ने मामले की शिकायत सरगुजा संभागायुक्त से की है और मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की है.

डी के सोनीने बताया कि उप संचालक पशुधन विकास विभाग सूरजपुर ने अप्रैल 2014 से 31 दिसंबर 2017 तक वैक्सीन खरीदने में भारी अनियमितता की है. उन्होंने कहा कि उप संचालक द्वारा वैक्सीन के लिए अधिकतर क्रय आदेश किसी फर्म को दिया गया और भुगतान किसी अन्य फर्म को कर दिया गया है.

आरटीआई के तहत प्राप्त दस्तावेजों से पता चलता है कि क्रय आदेश प्राप्त संस्था द्वारा भुगतान संबंधित शिकायत नहीं की गई है, इससे साफ पता चलता है कि क्रय आदेश भेजा ही नहीं गया है और स्थानीय फर्मों में सांठगांठ करके बिना माल लिए उन्हें भुगतान कर दिया गया. वहीं कुछ क्रय आदेश तो ऐसे स्थानीय फर्मों को किए गए, जो छत्तीसगढ़ मेडिकल सर्विस कॉर्पोरेशन से अनुमोदित ही नहीं थे और न ही उन्होंने सीजीएमएससी की टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा ही लिया था.

आरटीआई कार्यकर्ता डी के सोनी ने कहा कि क्रय आदेश 15 अक्टूबर 2014 को मे. इंडियन इम्यूनोलॉलिकल हैदराबाद को जारी किया जाता है और ठीक उसके एक दिन पहले 14 अक्टूबर 2014 को मे. अंश मेडिकल रायपुर के बिल का भुगतान कर दिया जाता है.

इधर पूरे मामले को लेकर संभागायुक्त ने कहा है कि इसकी जांच कराई जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.