अजयारविंद नामदेव शहडोल। शहडोल से एक बार फिर आधुनिक भारत को शर्मिदा करने वाली तस्वीर सामने आई है। जहां आशा कार्यकर्ता गर्भवती को रूटीन चेकअप कराने उफनते नाले को पार कराकर अस्पताल लेकर पहुंची। तस्वीर सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है।
तस्वीर शहडोल जिले के केशवाही कस्बे से करीब 20 किलोमीटर की दूरी पर छिनमार गांव की बताई जा रही है। गांव में जाने वाले रास्ते पर नाला पड़ता है। आजादी के 74 साल बाद भी गांव में जाने के लिए शासन-प्रशासन एक पुलिया नहीं बना सकी है। इससे बारिश के दिनों में ग्रामीणों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
जिले के जैतपुर तहसील अंतर्गत ग्राम छिनमार निवासी सीमा केरकेट्टा को नौ माह का गर्भ है। उसे रूटीन चेकअप के लिए केशवाही अस्पताल जाना था। केशवाही अस्पताल छिनमार गांव से करीब 20 किलोमीटर दूर है। गांव की आशा कार्यकर्ता कुसुम सिंह उसे किसी साधन से गांव के बाहर गोड़हरी नाला तक लेकर पहुंची। जहां से केशवाही अस्पताल 5-6 किलोमीटर दूर है। नाले में बरसात की वजह से घुटनों तक पानी था। गर्भवती महिला आशा कार्यकर्ता के साथ बहते पानी को पार कर दूसरी ओर पहुंची।
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इमरजेंसी में होती है परेशानी
गांव से बाहर जाने के लिए यही एक रास्ता है। यदि किसी की तबियत बिगड़ जाए तो दूसरी ओर जाने के लिए परेशानी हो जाती है। खाट या दूसरी व्यवस्था कर उफनते नाले को पार करना पड़ता है।
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बीमार वृद्धा को खाट पर लेकर अस्पताल पहुंचा था बेटा
बता दें 5 दिन पहले ही शहडोल जिले के ग्राम बैम्होरी में ऐसा ही मामला सामने आया था। पुलिया नहीं होने से एक बीमार वृद्धा को खाट ( खटिया) पर लेटाकर उसका बेटा, नाती लेकर अस्पताल ले गए थे। कई ऐसे गांव हैं जहां के लोगों को परेशानी होती है। 5 दिन ही बीता था की एक और मामला सामने आया जहा पुलिया नहीं होने से गर्भवती महिला को जान जोख़िम में डालकर नदी पार कर इलाज कराने जाना पड़ा।
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पुलिया का जल्द कराया जाएगा निर्माणः विधायक
मामले में क्षेत्र की विधायक ऐसी अव्यवस्थाओं को देख अफसोस तो का रही है। वहीं जल्द ही पुलिया निर्माण कराने की बात भी कह रही है। कलेक्टर भी मामले में गंभीरता दिखाते हुए किन कारणों से किस विभाग की लापरवाही के चलते पुलिया निर्माण नही हुआ उसे दिखवाने की बात कही।
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