दंतेवाड़ा। बड़े नक्सली नेता माने जाने वाले पापा राव के गढ़ जगरगुंडा से महज कुछ किलोमीटर दूर तक सीअारपीएफ ने अपना तंबू गाड़ दिया है. सीअारपीएफ की 231 बटालियन कोंडासावाली के जंगलों में नया कैंप बनाने की पूरी तैयारी कर ली है.
लल्लूराम डॉट कॉम के पास मौजूद जानकारी के मुताबिक अरनपुर-जगरगुंडा मार्ग निर्माण पर सड़क सुरक्षा के लिये यह नया कैम्प बनाया गया है. इसकी कमान दन्तेवाड़ा SP कमलोचन कश्यप संभाल रहे है. जहां यह कैंप बना है वहां कुछ महीनों पहले ही सड़क निर्माण में 50 से अधिक आईडी बरामद,10  जवान घायल और 01जवान की शहादत भी निर्माण के दौरान हो चुकी है. इस चुनौतिपूर्ण जगरगुंडा सड़क के बनते ही सालवा जुडूम के समय 2005 से नक्सलवाद की जद में फंसे दर्जनों गांव मुख्यमार्ग से जुड़कर विकास की पटरी में आ जायेंगे. दन्तेवाड़ा जिले से जगरगुंडा पहुँच मार्ग 81 किलोमीटर  है. जिस पर दन्तेवाड़ा की तरफ से 70 किलोमीटर मार्ग कम्प्लीट भी हो गया है. शेष 10 किलोमीटर बनते ही पूरा मार्ग खुल जायेगा.
आपको बता दे कि जगरगुंडा नक्सलियों का अब तक से सबसे सुरक्षित ठिकाना माना जाता रहा है. क्योंकि सलवा जुडूम के बाद से नक्सलियों ने इस इलाके को पूरी तरह अपने कब्जे में 10 वर्षो से कर रखा था. इस सड़क निर्माण में सुरक्षा बलों की कई कम्पनियां पालनार,समेली, अरनपुर, कोंडापारा, फिर कमल पोस्ट और अब कोंडासावली गांव में तैनात की गयी है.  ताकि सुरक्षा के कड़े पहरे और संगीनों के साये  के बीच करोड़ो की लागत से बनने वाली इस सड़क पर नक्सली कोई रोड़ा न बन सके. दन्तेवाड़ा जिला प्रशासन और जिला पुलिस बल ने सीआरपीएफ ने अपनी पूरी ताकत मार्ग निर्माण में झोंक दी है. क्योकि यह सड़क सबसे संवेदनशील इलाके जगरगुंडा के लिए बन रही है. जिसे नक्सली अब तक अपनी राजधानी की तरह मानते आए है.
231 बटालियन कैंप की तैनाती में सीआरपीएफ के डीआईजी संजय यादव ने लल्लूराम डॉट कॉम को बताया कि स्थाई तौर पर ये कैम्प यहां तैनात किया जा रहा है. ताकि सड़क जल्द से जल्द बन सके साथ ही जिला पुलिस बल दन्तेवाड़ा के कप्तान कमलोचन कश्यप और दन्तेवाड़ा कलेक्टर सौरभ कुमार की तारीफ करते हुए कहा कि जिले में ऐसे अधिकारी है जो बेहतर कोआर्डिनेशन लगातार फोर्स को दे रहे है निश्चित ही जल्द मार्ग खुलेगा.
सड़क निर्माण में लगने वाले कैम्प पर सुरक्षा के लिए एसपी ने  डीआरजी की टीम जंगलो में पहले से ही तैनात कर रखी है. जब लल्लूराम डॉट कॉम की टीम कोंडासावली के ग्राउंड जीरो में पहुँचकर मौके का जायजा लिया तो जवान जंगलो के अंदर सुरक्षा में तैनात दिखे. नक्सलियों के खोदे गढ्ढे अब भी जगरगुंडा मार्ग मौजूद दिखे. दन्तेवाड़ा एसपी ने बताया कि ये इलाका काफी संवेदनशील है. जिसके लिए सुरक्षा के पूरे इंतज़ाम हम पहले से कर रखे है। जल्द ही ये सड़क जगरगुंडा तक कम्प्लीट होगी. जिससे इस इलाके का पिछड़ापन और नक्सलवाद भी खत्म हो जायेगा.