हेमंत शर्मा. रायपुर. फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन लेकर बैंकों से ठगी करने वाले आरोपी को पकड़ने में पुलिस ने कामयाबी हासिल की है. आरोपी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर स्टेट बैंक से 39 लाख रुपए का लोन लिया था, इसके अलावा और भी कई बैंकों से आरोपी और उसके भाई ने ठगी की है, जिस पर उनके खिलाफ सीबीआई के अलावा गुढ़ियारी और सिविल लाइन थाना में भी मामला दर्ज है. आरोपी की विशेष अभियान के तहत गिरफ्तारी हुई है.

गुढ़ियारी थाना में दर्ज रिपोर्ट के अनुसार, राहुल बाफना ने ट्रक फाइनेंस के लिए अगस्त 2013 में गुढ़ियारी स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा में फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर 20 लाख का लोन लिया था. लोन स्वीकृत होने के बाद आरोपी जनवरी 2014 तक नियमित ईएमआई का भुगतान करता रहा, इसके बाद भुगतान करना बंद कर दिया. इसके बाद बैंक के संपर्क करने पर उसका मोबाइल बंद मिला. पतासाजी करने पर मकान में ताला लगा पाया गया. इसके बाद संदेह के आधार पर जब राहुल बाफना के दस्तावेजों की पड़ताल के बाद बैंक अधिकारियों को समझ आया कि फर्जी एवं कूटरचित दस्तावेज के जरिए लोन प्राप्त किया गया है.

वहीं दूसरे प्रकरण में राहुल बाफना उर्फ प्रवीण राय ने एक मार्च 2014 में स्वयं को कन्स्ट्रक्शन कंपनी का मालिक बताते हुए फर्जी दस्तावेजों के सहारे दो हाइवा खरीदने के लिए 39 लाख रुपए का ऋण थाना सिविल लाइन के बैरन बाजार स्थित स्टेट बैंक से प्राप्त किया था. लोन मिलने के बाद आरोपी अप्रैल से नवम्बर माह तक ऋण के किस्तों का नियमित भुगतान करते रहे, लेकिन दिसम्बर में आरोपी ने किस्तों का भुगतान करना बंद कर दिया. इसके बाद बैंक ऑफ बड़ौदा की तरह ही पड़ताल शुरू हुई, जिसमें दस्तावेज फर्जी पाए गए. इसके साथ जिन वाहनों के लिए लोन लिया गया था, उनकी भी बिक्री नहीं होनी पाई गई. आरटीओ का रजिस्ट्रेशन फर्जी पाया गया.

बैंकों से ठगी करने पर आरोपी राहुल बाफना उर्फ प्रवीण कुमार राय के विरूद्ध सिविल लाइन थाना और गुढियारी थाना में धारा 420,467,468,471 और 420 भादवि के तहत पंजीबद्ध किया गया था. आरोपी पिछले पांच वर्षों से फरार चल रहा था। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय के निर्देश पर थाना सिविल लाईन एवं थाना गुढियारी की एक विशेष टीम गठित कर आरोपी की पतासाजी प्रारंभ की गयी और आरोपी के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी मिलने पर आरोपी राहुल बाफना उर्फ प्रवीण कुमार राय को गिरफ्तार कर अग्रिम कार्यवाही की जा रही है. आरोपी राहुल बाफना का भाई अंशुल बाफना पहले से ही इसी तरह फर्जी दस्तावेजों के आधार पर लोन लेने की वजह से जेल में निरूद्ध है.