संदीप सिंह ठाकुर, लोरमी। अचानकमार टाइगर रिजर्व के कोर जोन अंतर्गत लमनी वन परिक्षेत्र में इन दिनों कांजी हाउस बनाने के नाम पर एटीआर कर्मचारी सूखी लकड़ियों की आड़ में हरे-भरे पेड़ों की कटाई करवा रहे हैं. एक तरफ एटीआर के कोर जोन के जंगलों में बिना अनुमति के कार्य किए जाने पर रोक लगी हुई है, वहीं दूसरी ओर विभाग के कर्मचारी खुद लकड़ी कटवाने में लगे हुए हैं.

बता दें लमनी वनग्राम में कांजी हाउस निर्माण कार्य किया जाना है. इस कार्य के लिए डीएफओ विजया कुर्रे के मौखिक आदेश पर सूखी लकड़ियों को काटने की बात लमनी के वनरक्षक बीटगार्ड राधेश्याम माहेश्वरी कहते हैं. लेकिन मौके पर सूखी लकड़ी के अलावा छोटे व हरे-भरे पेड़ों को भी काट दिया गया है. इस बात की गवाही जंगल में मिला हरे-भरे पेड़ों से लदे ट्रैक्टर दे रहा था. इसी तरह कंपार्टमेंट नंबर 10 में भी 35 नग लकड़ी काटकर रखे गए थे, जिनमे हरे-भरे पेड़ भी शामिल है.

हरे-भरे पेड़ों की काटने की जानकारी मिलने पर वन सुरक्षा समिति के अध्यक्ष मोहन लाल यादव लमनी के अन्य ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंच गए. उन्होंने बताया कि वनरक्षक के साथ वन समिति का सचिव राधेश्याम माहेश्वरी समिति के अध्यक्ष का सील को रखते हुए मनमानी कर रहे हैं. किसी भी कार्यों की उन्हें सूचना नही दी जाती, केवल हस्ताक्षर करवाया जाता है. उन्होंने जंगल में हुई हरे-भरे पेड़ों की कटाई पर नियमानुसार कार्रवाई किए जाने की मांग की.

इस मामले में अचानकमार टाइगर रिजर्व की डीएफओ विजया कुर्रे ने कहा कि लकड़ी की कटाई नहीं हो रही है. अमले को जंगल से गिरी हुई लकड़ियों को इकट्ठा करके जंगल में हो रही अवैध चराई को रोकने कांजी हाउस निर्माण कराने का आदेश दिया गया है. कांजी हाउस बनाने वाइल्ड लाइफ प्रोटेक्शन एक्ट के तहत विधिवत सीसीएफ की ओर से आदेश भी जारी किया गया है. यदि लकड़ियों की कटाई हुई है, तो दूसरे रेंज के रेंजर से जांच कराई जाएगी. जो भी स्टाफ दोषी पाए जाएंगे उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी. जंगल में लकड़ी कटाई के लिए कोई परमिशन नही है.