भुवनेश्वर: ओडिशा सरकार ने आने वाले दिनों में, खासकर अक्टूबर में किसी भी चक्रवात जैसी स्थिति से निपटने के लिए पहले ही तैयारी शुरू कर दी है. चक्रवात को ध्यान में रखते हुए गुरुवार को भुवनेश्वर के लोक सेवा भवन एक आपदा प्रबंधन बैठक बुलाई गई थी. मुख्य सचिव प्रदीप कुमार जेना की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में अधिकारियों ने अपने-अपने फीडबैक देने के साथ, कई सुझाव आदान प्रदान हुए.

मुख्य सचिव ने सहयोग एवं समन्वय पर जोर देते हुए सभी संबंधित विभागों को आपदा प्रबंधन के लिए सभी प्रकार व्यवस्थाएं दुरुस्त रखने पर जोर दिया है. बैठक में विकास आयुक्त, एसआरसी, ऊर्जा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, अग्निशमन विभाग के महानिदेशक और 12 विभागों के सचिव उपस्थित थे.

आईएमडी की भविष्यवाणी के मुताबिक, 10 अक्टूबर तक प्रदेश से मॉनसून वापस चला जाएगा. आमतौर पर मॉनसून की वापसी के 45 दिनों के भीतर चक्रवात की आशंका रहती है. इसलिए राज्य सरकार ने पहले से ही तैयारी शुरू कर दी है. विशेष रूप से, ओडिशा अपने बेहतर चक्रवात प्रबंधन के लिए जाना जाता है. अतीत में, यह देखा गया है कि सरकार पहले से ही कई उपाय करके चक्रवात जैसी प्राकृतिक आपदाओं में हताहतों की संख्या को कम करने में कामयाब रही है.