Cyclone Remal Live Updates: चक्रवाती तूफान ‘रेमल’ रविवार रात बांग्लादेश (bangladesh) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) के बीच स्थित सुंदरबन (Sundarban) के पास तट से टकरा गया है। बंगाल तट पर तीन से चार घंटे तक लैंडफॉल चला। रात 12.30 बजे लैंडफॉल खत्म हो गया। मौसम विभाग ने बताया कि चक्रवात ‘रेमल’ उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ रहा है। वहीं तूफान के कारण पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भारी तबाही हुई है। कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए, घर ढह गए, बिजली के खंभे भी उखड़ गए। साइक्लोन का सबसे ज्यादा कहर बांग्लादेश, दक्षिण 24 परगना के तटीय क्षेत्र दीघा, सुंदरबन और पश्चिम बंगाल के तटीय क्षेत्र में देखने को मिल रहा है। वहीं कोलकाता में भारी बारिश हो रही है।
रविवार रात 8.30 बजे बांग्लादेश के मोंगला के दक्षिण-पश्चिम के पास सागर आईलैंड (पश्चिम बंगाल) और खेपुपारा (बांग्लादेश) के बीच पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के नजदीकी तटों पर लैंडफॉल शुरू हुआ था। जो तीन से चार घंटे से ज्यादा जारी रहा।
IMD (India Meteorological Department) ने पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में 27 मई (सोमवार) को अत्यधिक भारी बारिश होने की चेतावनी जारी की है। असम और मेघालय में भी अत्यधिक भारी बारिश होने की आशंका है। IMD के अनुसार, यह कुछ और समय तक लगभग उत्तर की ओर और फिर उत्तर-उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ता रहेगा।
कोलकाता में भारी बारिश के बाद कई जगहों पर जलभराव
इधऱ बंगाल की खाड़ी में आए चक्रवात रेमल का असर कोलकाता में देखने को मिल रहा है। कोलकाता शहर में जबरदस्त बारिश हो रही है। शहर के बीचोबीच पानी घुस गया है। कोलकाता में तेज आंधी और तूफान के साथ भारी बारिश हो रही है। इसके कारण कुछ जगहों पर बिजली बंद कर दी गई है। कलकत्ता इलेक्ट्रिक सप्लाई कॉर्पोरेशन ने भारी बारिश और हवाओं के कारण एहतियात के तौर पर निर्णय लिया है।
हवाई से लेकर सड़क यातायात तक प्रभावित
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 14 टीमों को कोलकाता समेत दक्षिण बंगाल के जिलों में तैनात किया गया है। राज्य सरकार ने एसडीआरएफ टीमों को तैयार किया है। चक्रवात रेमल ने कोलकाता और दक्षिणी बंगाल के अन्य हिस्सों में हवाई, रेल और यायातात पर ब्रेक लगा दिया है। पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने कुछ ट्रेनें रद्द कर दीं। कोलकाता हवाई अड्डे ने 21 घंटे के लिए उड़ान संचालन निलंबित कर दिया, जिससे 394 उड़ानें प्रभावित हुईं। कोलकाता में श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह ने भी परिचालन निलंबित कर दिया है।
गृह मंत्रालय ने NDRF की 12 टीमें भेजीं हैं
गृह मंत्रालय ने बताया कि तूफान को देखते हुए NDRF की 12 टीमें तटीय इलाकों में भेजी गई हैं। 5 टीम स्टैंड बाय पर है। इसके अलावा जहाजों और विमानों के साथ सेना, नौसेना और कॉस्ट गार्ड टीम भी इमरजेंसी के लिए मुस्तैद है।
कई राज्यों में अलर्ट
भीषण चक्रवाती तूफान रेमल के आने से पहले विभिन्न पूर्वोत्तर राज्यों में आपदा प्रबंधन अधिकारियों और सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने असम, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम सरकारों ने अलग-अलग सलाह जारी की है और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल, जिला प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों को अधिकतम सतर्क रहने और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है।
बिहार के इन जिलों पर पड़ेगा असर
बंगाल की खाड़ी से उठा चक्रवाती तूफान रेमल का समुद्री तटों वाले इलाकों में लैंडफॉल हो गया है। इस दौरान करीब 110-120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही है। इसका असर बिहार में भी देखने को मिलेगा। चक्रवाती तूफान रेमल का असर बिहार के पूर्वी इलाकों में देखने को मिलेगा। 27 मई को रेमल तूफान की वजह से सुपौल, अररिया, किशनगंज, सहरसा, मधेपुरा, पूर्णिया, कटिहार, खगड़िया, भागलपुर, मुंगेर, बांका और जमुई में हल्के से मध्यम बारिश होने की संभावना है. साथ ही बिजली भी चमकेगी और हवा की गति 30 से 40 किमी प्रति घंटे रहने की संभावना है।
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