रमेश सिन्हा, महासमुंद। एक ओर पूरा देश पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती मना रहा है, वहीं दूसरी ओर दबंगों की बड़ी गुंडागर्दी सामने आई है. यहां 50-60 परिवारों को बेघर कर दिया गया है. बिना आदेश के गरीबों के आशियाने को तोड़ दिया गया है, जिससे कई परिवार सड़क पर आ गए हैं. परिवारों का रो-रोकर बुराहाल है. बच्चे से लेकर बुजुर्ग भी कड़ाके की सर्दी में खुले आसमान के नीचे रात बिताने को मजबूर हैं. ये कारनामा कोई और नहीं गांव के ही सरपंच ने किया है, जिसने कई परिवारों के आखों में आंसू ला दिया है.

कुछ मकानों के हिस्से अब भी मौजूद हैं। जो टूट चुके हैं।

दरअसल, बसना ब्लॉक से घरों को तोड़ने का मामला सामने आया है. बसना ब्लॉक के ग्राम बंसूला में अटल आवास योजना के तहत निर्मित लगभग 50-60 मकानों को ग्राम पंचायत बंसूला के सरपंच ने बिना किसी सरकारी आदेश के घरों पर बुलडोजर चलवाकर तोड़ दिया है.

पीड़ित महिला प्रभा भोई ने रोते बिलखते हुए बताया कि सरपंच ने हमें कुछ दिनों पहले भी मकान खाली करने की धमकी दी थी. मकान न खाली करने पर सरपंच ने हमें डराया-धमकाया. सरपंच की धमकियों से डरकर हमने मकान खाली कर दिया, जिसके बाद सरपंच ने सभी मकानों को तोड़कर हमें बेघर कर दिया.

कुछ लोग अब इस तरह के कच्चे मकान में रहने लगे हैं।

पीड़ित ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच ने बिना किसी सरकारी आदेश के ही हमारे मकानों पर बुलडोजर चलवाकर तोड़वाया है. ग्रामीणों का कहना है कि सरपंच ने घरों को तोड़ने के बाद मलबे को बेच दिया है, जिसके बाद ग्रामीणों ने सरपंच के खिलाफ बसना थाने में शिकायत दर्ज कराई है. साथ ही गृह निर्माण मंडल के अधिकारियों ने भी उक्त मकान तोड़े जाने के संबंध में थाने में शिकायत दर्ज करवाई है.

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