बस्तर. छत्तीसगढ़ पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया है. जिसमें से एक नक्सली नेता पापा राव का सहयोगी बताया रहा है. पुलिस की मानें तो उनकी गिरफ्त में आया नक्सली करीब चार साल तक पापा राव के साथ हिंसक घटनाओं को अंजाम देने में सक्रिय रहा.
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जिला बल एवं सीआरपीएफ 168 बटालियन की सयुंक्त टीम बासागुड़ा के तर्रम के जंगल में सर्चिंग के लिए निकली थी. इसी दौरान टीम ने 2 संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा. जिसमें 24 वर्षीय डोडी सोमलू और 29 वर्षीय ओयाम मंगलू शामिल है. दोनों ही नक्सली तर्रेम के रहने वाले हैं. इन दोनों नक्सलियों पर कई संगीन अपराध दर्ज है.
पुलिस की मानें तो ओयाम मंगलू मिलिशिया का सदस्य है. ओयाम नक्सली कमांडर पापा राव के साथ 4 साल तक सक्रिय रूप कार्यरत था. बाद में अस्वस्थ होने के बाद गांव में रहकर नक्सली गतिविधियों को संचालित कर रहा था.
वहीं दूसरा नक्सली डोडी सोमलु तर्रम में RPC में सचिव के पद पर काम कर रहा था, पिछले वर्ष रायेगुडेम और केरलापाल में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में पैर में गोली भी लगी थी. इन दोनों आरोपियों को आज थाना बासागुड़ा के अंतर्गत गिरफ्तार कर उन्हें बीजापुर न्यायालय में पेश किया गया.
कौन है पापा राव?
पापा राव बेहद ही खूंखार नक्सली नेता है। कहा जाता है कि वह आंध्रप्रदेश के वारंगल जिले में जन्मा था। उसकी उम्र 58 साल के करीब है। वह नक्सलियों की जगरबंधु क्षेत्र समिति का महासचिव है और वह दंडकारण्य यानी बस्तर क्षेत्र के विशेष महासचिव रमन्ना का दायां हाथ है। रमन्ना 1992 से वांटेड लिस्ट में है। बताते हैं कि पापा राव ही साल 2010 में सुकमा में हुए नक्सली हमले का मास्टर माइंड था जिसमे सीआरपीएफ के 76 जवान शहीद हो गए थे।