आकिब खान,दमोह। मध्य प्रदेश के दमोह जिले में एक जैन मंदिर में चोरी की घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी चोर 2 साल से फरार चल रहा था। जिस पर पुलिस ने 3 हजार रुपये का इनाम भी रखा था। जिसे मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया गया। लेकिन पुलिस अभिरक्षा में उसकी मौत हो गई। इस मामले में पुलिस कर्मियों पर गाज गिरी है और पुलिस अधीक्षक द्वारा उन्हें निलंबित कर दिया गया।
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दरअसल, मामला बटियागढ़ थाना अंतर्गत आने वाली केरवना चौकी के ग्राम खडेरी का है। जहां साल 2021 में जैन मंदिर में चोरी की घटना हुई थी। इस चोरी की घटना में नरेंद्र सिंह लोधी चोर के रूप में पहचाना गया था। जिसके बाद नरेंद्र दमोह जिले से फरार था। वहीं, पुलिस को सूचना मिली थी कि नरेंद्र गुजरात के सूरत में है। जिसके बाद केरबना चौकी के पुलिस बल द्वारा सूरत पहुंचकर दबिश दी गई और नरेंद्र को गिरफ्तार किया गया।
दमोह लौटते वक्त रास्ता लंबा होने के चलते यह लोग होटल में रुक गए, जहां बाथरूम जाने के लिए हथकड़ी खोली गई जिसका फायदा उठाते हुए आरोपी नरेंद्र ने भागने के चक्कर में छत से छलांग लगा दी। जिसके कारण उसके सिर में गंभीर चोट आई और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
मामले में पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि
पुलिस अभिरक्षा में हुई मौत के बाद शव को गुजरात राज्य से मध्यप्रदेश के बटियागढ़ थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम गूगरा कला लाया गया, जहां पर मृतक आरोपी नरेंद्र लोधी का अंतिम संस्कार किया गया। इधर, टीम में शामिल एक एसआई सहित दो पुलिसकर्मियों पर काम में लापरवाही के चलते पुलिस अधीक्षक ने उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। वहीं आरोपी के पिता ने पुलिस पर आरोप लगाए हैं कि पुलिस के कारण ही मेरे बेटे की मौत हुई है। इस मामले में अभी पुलिस कुछ भी कहने से कतरा रही है।
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