भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार के कृषि और किसान सशक्तिकरण विभाग ने किसानों को ओडिशा में चक्रवात के बारे में चेतावनी दी है. राज्य सरकार के कृषि और किसान अधिकारिता विभाग के सचिव अरबिंद कुमार पाढ़ी ने किसानों से हाल ही में काटी गई फसलों की रक्षा करने का आग्रह किया है. जिन फसलों की कटाई हो चुकी है, उन्हें सुरक्षित रखने की जरूरत है और उन्हें ऐसे स्थान पर ढककर रखा जाना चाहिए, जहां यह पानी के प्रवाह या बारिश से प्रभावित न हो. लेकिन उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि चिंता की कोई बात नहीं है. Read More –Uttarkashi Tunnel Collapse : पहले 10 दिनों तक मुरमुरे खाकर जीवित रहे, उड़िया मजदूर ने सुनाई उत्तरकाशी सुरंग की आपबीती

इसके अलावा यह उल्लेखनीय है कि विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) की ओर से ओडिशा में आसन्न संभावित चक्रवात के कारण सात जिलों के कलेक्टरों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है. बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवाती तूफान बनने की संभावना है. दक्षिणी अंडमान सागर के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय बना हुआ है. पूर्वानुमान बताते हैं कि आने वाले दिनों में सिस्टम तीव्र होता रहेगा और उत्तर-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ेगा.

निम्न दबाव के कल दक्षिण-पूर्वी बंगाल की खाड़ी के ऊपर दबाव में बदलने की संभावना है. पूर्वानुमानों का अनुमान है कि अगले 48 घंटों में दबाव और तेज होकर बंगाल की दक्षिण-पूर्वी खाड़ी से सटे दक्षिण-पश्चिमी क्षेत्र में एक चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा. 1 दिसंबर को 60 किलोमीटर प्रति घंटे से 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का अनुमान है. हालांकि, चक्रवात की प्रगति और प्रभाव के बारे में सटीक विवरण अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है. एहतियात के तौर पर मछुआरों को गहरे समुद्र में जाने से परहेज करने की हिदायत दी गई है. इस संबंध में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा है.