दंतेवाड़ा। कोरोना वैक्सीनेशन के महाअभियान में तेजी आ रही है. ‘लाल आतंक’ को तौबा कर चुके नक्सली भी इस अभियान का हिस्सा बन रहे हैं. छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में सरेंडर किए गए 19 नक्सलियों ने शुक्रवार को वैक्सीन लगवाया है. पुलिस ने ‘लोन वर्रटू-2’ अभियान के तहत जिला अस्पताल में सभी का पहला डोज लगावाया. पुलिस ने बीमार माओवादियों से अपील की है वो आत्मसर्पण करें. कोरोना का इलाज करवाएं. अपनी, अपने साथियों और ग्रामीणों की जान बचाएं.

मुख्यधारा में लौट रहे नक्सली

एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव ने यह जानकारी दी है कि नक्सल संगठन छोड़कर घर वापसी आए नक्सलियों को पहचान पत्र के साथ कोरोना का टीका लगा है. ये नक्सली समाज की मुख्यधारा में लौट चुके हैं. नक्सली संगठन की खोखली विचारधारा से तंग आ चुके थे. जिस कारण शासन की नीतियों से जुड़कर काम करना चाहते हैं. ये सभी नक्सलियों ने ‘लोन वर्रटू’ अभियान के तहत आत्मसमर्पण किया था.

इन नक्सलियों को लगा वैक्सीन

जिन आत्मसमर्पित नक्सलियों को कोरोना वैक्सीन लगा है, उनमें दंतेवाड़ा निवासी मुकेश कुमार मंडावी, पंकज कुमार मरकाम, जोगा कवासी, लिंगा राक उइके, मल्ला राम, भूमे उईके, भीमा मरकाम शामिल है. इसी तरह बीजापुर निवासी निवासी सुखनाथ पोटाम, राजू राम कारम, माटा कवासी, आयतू राम, सोनू मरकाम, लकेश्वर गोमटेपारा, लक्ष्मण भोगाल, अर्जुन पारसा. वहीं नारायणपुर निवासी जयराम मंडावी और सुकमा निवासी करतम हूंगा, मांडवी गंगी, देवा मुचाकी भी शामिल है. जिन्हें वैक्सीन का पहला डोज लगा है.

नक्सली हिड़मा कोरोना पॉजिटिव

बता दें कि दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी के मेंबर बटालियन नंबर 1 का लीडर मांडवी हिड़मा कोरोना पॉजिटिव हो गया है. 25 लाख का इनामी नक्सली हिड़मा जिंदगी और मौत से जूझ रहा है. उसे दवाई नहीं मिल रहा है. हिड़मा तक पहुंचने वाला दवाई भी पुलिस के हाथ लग गया है. आईजी ने नक्सलियों को सरेंडर करने की अपील की है. नक्सलियों का इलाज भी कराएंगे.

एक दिन में लगा 2 लाख डोज

छत्तीसगढ़ में 24 जून को 18+ के लोगों को 2 लाख 10 हजार 34 वैक्सीन की डोज दी गई है. प्रदेश में 21 जून को 91 हजार 172, 22 जून को 1 लाख 9 हजार 353 और 23 जून को 1 लाख 58 हजार 472 लोगों को टीका लगाया गया है. इस तरह छत्तीसगढ़ में टीकाकरण में लगातार वृद्धि हो रही है.

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