नई दिल्ली। आज विश्व साक्षरता दिवस है. इस मौके पर आदिवासी बहुल दंतेवाड़ा और जशपुर जिले को नई दिल्ली में राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार से सम्मानित किया गया . उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू ने ये सम्मान दिया. इस पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने खुशी जताते हुए बधाई दी है.
बता दें कि सीएम रमन सिंह ने जशपुर और दंतेवाड़ा की जनता, जनप्रतिनिधियों, प्रशासन और साक्षरता अभियान से जुड़े अधिकारियों, अक्षर सैनिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को बधाई दी है. नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित समारोह में ये सम्मान दिया गया.
ये पुरस्कार छत्तीसगढ़ के आदिवासी अंचलों में साक्षरता और शिक्षा के प्रति लोगों में आ रही जागरुकता को लेकर दिया गया है. रायपुर जिले के टेमरी ग्राम पंचायत को भी राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार घोषित होने पर सीएम रमन सिंह ने बधाई दी है.
गौरतलब है कि नक्सल हिंसा पीड़ित दंतेवाड़ा जिले में साक्षर भारत अभियान के तहत 80 हजार 208 लोगों में से 78 हजार से ज्यादा लोग साक्षर हो चुके हैं. जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ गौरव सिंह ने बताया कि दंतेवाड़ा जिला जेल के सभी 732 कैदी भी इस अभियान से जुड़कर साक्षर हो चुके हैं. जिला प्रशासन ने दंतेवाड़ा के किरंदुल में औद्योगिक श्रमिकों के बीच भी साक्षरता अभियान चलाया था. जिले में डिजिटल साक्षरता पर भी खास ध्यान दिया जा रहा है.
बता दें कि दंतेवाड़ा में आंखर झांपी के जरिए पढ़ाया जाता है. ये एक सॉफ्टवेयर है, जिसमें माउस के जरिए कर्सर की दिशा बदलकर अक्षर ज्ञान कराया जाता है. बहुत जल्द वहां के सभी 78 हजार से ज्यादा नव साक्षरों के नाम और उनके फोटो और निवास के पते वेबसाइट पर पब्लिक डोमेन में दिखने लगेंगे.
जिले की 110 से अधिक ग्राम पंचायतों में 200 से अधिक प्रेरक साक्षरता अलख जगा रहे हैं.
वहीं मुख्यमंत्री कौशल उन्नयन योजना के तहत नव साक्षरों को कौशल प्रशिक्षण से जोड़कर रोजगार दिलाने और जिले में डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देने पर जशपुर जिले को राष्ट्रीय साक्षरता पुरस्कार के लिए सम्मानित किया गया.