आशुतोष तिवारी, जगदलपुर. 4 अक्टूबर को दंतेवाड़ा-नारायणपुर के नेंदूर-थुलथुली के जंगल में हुई मुठभेड़ में मारे गए सभी 38 माओवादियों की पहचान कर ली गई है. इन 38 माओवादियों पर कुल 2 करोड़ 62 लाख रुपये का इनाम घोषित है. दंतेवाड़ा पुलिस अधीक्षक गौरव राय और नारायणपुर पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने सूची जारी करते हुए बताया कि मुठभेड़ में मारे गए माओवादियों में 01 डीकेएसजेडसी, 01 सी.वाय.पी.सी. कमांडर, 03 डीवीसीएम, 14 पीएलजीए कंपनी नंबर 06 के सदस्य, 02 डीकेएसजेडसी गार्ड और 06 एरिया कमिटी सदस्य शामिल हैं.

बता दें, दंतेवाड़ा डीआरजी, नारायणपुर डीआरजी और एसटीएफ की संयुक्त टीम 3 अक्टूबर को थुलथुली नेंदुर क्षेत्र में पूर्वी में गश्त पर निकली थी. इसी दौरान सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई जो सुबह से रात तक चली. मुठभेड़ के बाद पहले 31 माओवादियों के शव और हथियार समेत कई सामान बरामद हुए थे. बाद में 7 अन्य नक्सलियों के भी मारे जाने की पुष्टी हुई. वहीं सभी सुरक्षा बल सुरक्षित वापिस लौटे थे. यह मुठभेड़ इस वर्ष की सबसे बड़ी सफलता मानी जा रही है.

देखें मुठभेड़ में मारे गए सभी ईनामी नकसलियों की लिस्ट:

बस्तर पुलिस से मिली के अनुसार, मुठभेड़ में मारे गये सभी 38 माओवादियों पर कुल 2.62 करोड़ का ईनाम घोषित है, जिन पर जिला दन्तेवाड़ा, नारायणपुर, कोण्डागांव, बस्तर में कुल 250 से अधिक अपराध पंजीबंद्व हैं. इन माओवादियों पर पुलिस-नक्सली मुठभेड़ 61, कैम्प अटैक 11, आईईडी ब्लास्ट 17, आगजनी 09, पोलिंग बूध पर हमला 03 जैसे गंभीर अपराध पंजीबद्धी हैं. इन घटनाओं में कुल 26 आम नागरिक घायल, 23 आम नागरिको की हत्या, 15 पुलिस जवान घायल व 28 पुलिस जवान शहीद हुए हैं.

पुलिस महानिरीक्षक, बस्तर रेंज सुन्दरराज पी. ने नक्सलियों को चेतावनी देते हुए कहा कि प्रतिबंधित और गैर कानूनी सीपीआई माओवादी संगठन के पास अब हिंसा छोड़कर आत्मसमर्पण करने के अलावा कोई और विकल्प नहीं बचा है, इसलिए माओवादी संगठन से पुनः अपील हैं कि तत्काल हिंसात्मक गतिविधियों को छोड़कर समाज की मुख्यधारा में जुड़े अन्यथा परिणाम भुगतने को तैयार रहें.