राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश में किसानों के लिए राहत भरी खबर है. किसान अब ग्रीष्मकालीन मूंग फसल उत्पादक किसान समर्थन मूल्य पर फसल के विक्रय के लिये 20 जून तक पोर्टल पर पंजीयन करा सकते हैं. इस संबंध में कृषि मंत्री कमल पटेल ने आदेश जारी कर दिया है. अभी तक पंजीयन कराने की अंतिम तिथि 16 जून को ही थी.

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने कहा है कि ग्रीष्मकालीन मूंग फसल उत्पादक किसान समर्थन मूल्य पर फसल के विक्रय के लिये 20 जून तक पोर्टल पर पंजीयन करा सकते हैं. उन्होंने बताया कि पूर्व में पंजीयन की तिथि 16 जून तक ही थी, जिसे अब 4 दिन और बढ़ा दिया गया है. पंजीयन से छूटे हुए किसान इसका लाभ ले सकते हैं.

मंत्री पटेल ने बताया कि भारत सरकार द्वारा घोषित समर्थन मूल्य पर ग्रीष्मकालीन मूंग का उपार्जन प्रारंभ कर दिया गया है. पूर्व में इस योजना का लाभ 27 जिलों को मिल रहा था. अब इनमें भोपाल, बुरहानपुर और श्योपुर कला को भी शामिल कर लिया गया है. इस प्रकार प्रदेश के 23 जिलों में ग्रीष्मकालीन मूंग का उपार्जन किया जायेगा.

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अब तक 2 लाख 32 हजार किसानों ने कराया पंजीयन

किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल ने बताया कि प्रदेश में 6 लाख 82 हजार हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में मूंग लगाई गई है. अब तक 2 लाख 32 हजार किसानों ने पंजीयन करा लिया है. सर्वाधिक पंजीयन कराने वाले प्रथम पांच जिले क्रमश: होशंगाबाद, हरदा, नरसिंहपुर, सीहोर और जबलपुर हैं. प्रति क्विंटल 7,196 रुपये समर्थन मूल्य की घोषणा से किसानों को बड़ी राहत मिली है.

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इन जिलों में होगी मूंग खरीदी

इन जिलों में होगी मूंग खरीदी ग्रीष्म कालीन मूंग का उपार्जन केवल 25 जिलों में किया जाएगा. किसान कल्याण और कृषि विकास मंत्रालय ने 7 जून के आदेश में बताया कि प्रदेश के 25 जिलों में मूंग और 12 जिलों में उड़द की फसल का उपार्जन किया जाएगा. जिन जिलों में मूंग उपार्जित की जानी है उनमें जबलपुर, कटनी, बालाघाट, सिवनी, मंडला, नरसिंहपुर, सागर, दमोह, रीवा, इंदौर, खरगौन, बड़वानी, खंडवा, देवास, आगर मालवा, मुरैना, भिंड, गुना, सीहोर, रायसेन, विदिशा, होशंगाबाद, हरदा, बैतूल और छिंदवाड़ा शामिल है. उड़द उपार्जन के लिए जबलपुर, कटनी, बालाघाट, सिवनी, मंडला, नरसिंहपुर, रीवा , दमोह, आगर मालवा, छिंदवाड़ा, सिंगरौली और डिंडोरी ज़िला को शामिल किया गया है.

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