चाचा-भतीजी के प्यार में एक बेटी ने पिता की बेरहमी से हत्या कर दी. मामला वर्ष 2018 दिसंबर का है. लेकिन ये हत्या की गुत्थी उत्तर प्रदेश पुलिस ने चंद घंटों पहले ही सुलझाई है.
उत्तर प्रदेश पुलिस के मुताबिक 18 महीने पहले हुए आशीष हत्याकांड की घटना को अंजाम दिया गया था. इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि मृतक आशीष की बेटी दीपा और उसके चाचा अजय को इस मर्डर केस में अरेस्ट किया गया है।.आरोप है कि दीपा ने अपने चाचा अजय के साथ मिलकर पिता की उस्तरे से गला रेतकर हत्या की थी. पुलिस ने बताया कि परतापुर थाना क्षेत्र के शताब्दीनगर में 28 दिसबंर, 2018 को आशीष की हत्या हो गई थी.
आशीष की हत्या के बाद आरोपी अजय और दीपा ने लखनऊ में शादी कर ली थी. शादी के बाद दोनों हरिद्वार में जाकर रहने लगे थे. पुलिस लगातार इस मामले में अपनी जांच आगे बढ़ाती जा रही थी. इस बीच करीब चार महीने पहले दीपा ने अपनी मां को एक नए नंबर से कॉल किया चूंकि दीपा की मां का नंबर सर्विलांस पर था, लिहजा उनका लोकेशन हरिद्वार में मिल गया. इसके बाद पुलिस की टीम आरोपियों को तलाशते हुए हरिद्वार पहुंच गई और दोनों गिरफ्तार कर लिया गया.
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पुलिस के मुताबिक रिश्ते में चाचा भतीजी दीपा और अजय एक दूसरे से प्यार करते थे. इस बात की जानकारी होते ही मृतक आशीष दोनों के इस रिश्ते का विरोध कर रहा था. पुलिस पूछताछ में आरोपी अजय ने खुलासा किया कि एक दिन उसका भाई मृतक आशीष ने दीपा और उसे आपत्तिजनक स्थिति में देख लिया था. इसके बाद आशीष और अजय के बीच जमकर हंगामा हुआ. इसके बाद दीपा ने अजय के साथ मिलकर पिता की हत्या कर दी. हत्या के बाद दोनों ने आशीष के शव को जलाने की कोशिश की गई थी. मृतक के पोस्टमार्टम उस्तूरा और डंडे के उसके शरीर पर 38 वार के निशान की पुष्टि हुई थी.
पुलिस ने अब इन दोनो चाचा-भतीजी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.