रायपुर। प्रदेश में करोड़ों की ठगी को अंजाम देने वाले शातिर ठग राजेश शर्मा को आज न्यायिक रिमांड खत्म होने के बाद रायपुर एसआईटी पुलिस द्वारा न्यायालय में पेश किया गया. जिसके बाद गोबरा नयापारा के एक मामले में गिरफ्तारी बाकी थी. इस मामले में उन्हें फिर से 15 दिन की पुलिस रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.
एसआईटी प्रमुख ओपी शर्मा ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने पुछताछ में कई अहम जानकारियां शर्मा की संपत्ति के बारे में हासिल किए हैं. पुलिस को बेमेतरा, मुंगेली और सारंगढ़ में भी जमीनों की जानकारी मिली है. देखा जाए तो परत दर परत इस मामले में पुलिस को भी कई अहम जानकारियां मिल रही है.
पुलिस को ये भी पता चला है कि कचना में शर्मा का एक फ्लैट था . जिसे उसने 9 लाख में गृह निर्माण मंडल से खरीदा था और 6 लाख रुपये किश्त के रुप में जमा किए थे. लेकिन इसके बाद किश्त पूरी जमा नही करा पाने के कारण विभाग ने उस फ्लैट की नीलामी कर दी. हालांकि अधिकारी 6 लाख रुपये सुरक्षित जमा होने की बात भी कह रहे हैं.
सूत्रों की माने तो प्रदेश भर में उसकी सारी सम्पत्तियों की जानकारी इकट्ठा कर न्यायालय से कुर्की की मांग करने की भी तैयारी है.
बुधवार को न्यायालय में आरोपी राजेश शर्मा और पत्नी को पेश किया था. जिसके बाद दोनों को ही 15 दिन के रिमांड पर जेल भेज दिया गया है. ओपी शर्मा ने बताया कि जांच और पूछताछ में यह पता चला है कि आरोपी ने टाटा फाइनेंस, महिंद्रा और जायका फाइनेंस से कुल 150 से ज़्यादा गाड़ियों के फाइनेंस कराए थे. इसमें से टाटा फाइनेंस ने 40 गाड़ियां सीज़ की और 32 गाड़ियों का आता पता नही है. राजेश शर्मा ने एसआईटी को बताया है कि इन गाड़ियों में बसें, टाटा मैजिक और इंडिका जैसी गाड़ियां शामिल है.