दिल्ली. मुंबई में 1993 के बम धमाकों का आरोपी और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की खोज कई देशों की पुलिस कर रही है. इसके बाद भी वह अब तक पुलिस के हथ्थे नही चढ़ सका. लेकिन अब यह बात सामने आ रही है कि दाऊद सरेन्डर करना चाहता है. यह सनसनीखेज दावा दाऊद के वकील श्याम केसवानी ने किया है. केसवानी एक अवैध वसूली के केस में दाऊद के भाई इकबाल कासकर के लिए पैरवी कर रहे हैं। उन्होंने ठाणे की कोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत में यह बात कही.
केसवानी का दावा है कि दाऊद ने फोन पर आपने भारत आने की इच्छा जाहिर की है. लेकिन इसके लिए दाऊद ने कुछ शर्ते रखी है. जिसमें पहली शर्त है कि भारत लौटने के बाद उसे मुंबई की सख्त सुरक्षा वाली ऑर्थर रोड सेंट्रल जेल में रखा जाये. इस खुलासे पर जज ने कहा कि वह दाऊद इब्राहिम का फोन नंबर बताए. जिसके जवाब में सफाई दी गई कि जिस नंबर से फोन आया था उसका नम्बर फोन पर डिस्प्ले नहीं हो रहा था.
आपको बात दे कि ऑर्थर रोड जेल में ही पाकिस्तानी आतंकी अजमल कसाब को फांसी की सजा मिलने से पहले करीब चार साल तक रखा गया था.
हालांकि वरिष्ठ वकील उज्ज्वल निकम ने इस दावे को बकवास बताया और कहा कि भिखारियों के पास कोई विकल्प नहीं होता. निकम ने इस दावे को बकवास बताते हुए एजेंसियों से वकील के बयान की जांच कराने की सलाह दी है. उन्होंने कहा कि यह दाऊद का पुराना स्टाइल है, लेकिन भिखारियों के पास कोई विकल्प नहीं होता. उसके वकील को किसने बताया और अगर वह दाऊद के संपर्क में है तो एजेंसियों को इसकी जांच करनी चाहिए.
गौरतलब है कि दाउद ने कुछ साल पहले यही इरादा वरिष्ठ वकील राम जेठमलानी के पास भी जताया था, लेकिन भारत सरकार ने उसकी सशर्त वापसी को कोई तरजीह नहीं दी. इसके बाद केसवानी की तरह ही करीब छह महीने पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने भी रहस्योद्घाटन करते हुए कहा था कि दाऊद भारत लौटना चाहता है और मोदी सरकार के साथ समझौता करना चाहता है. ठाकरे ने दावा किया था कि दाऊद बहुत बीमार है और आखिरी सांस भारत में ही लेना चाहता है.