रोहित कश्यप, मुंगेली। पुलिस को एक ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाने में बड़ी कामयाबी मिली है. यह एक ऐसा मर्डर केस था जिसकी मर्डर मिस्ट्री सुलझने के बाद एक पल के लिए पुलिस भी हैरत में पड़ गई. दरअसल, इस हत्याकांड को अंजाम किसी और ने नहीं बल्कि मृतक के दोस्त ने ही महज 500 रुपये के लिए दिया है. मृतक हंसराम का कसूर सिर्फ इतना था कि उसने आरोपियों में से एक आरोपी अमरदीप का मोबाइल 500 रुपये में गिरवी रखा और उसी पैसे से तीनों ने मिलकर शराब पी, जिसके बाद मोबाइल में कॉल आने पर आरोपी अमरदीप ने मृतक हंसराम से मोबाइल फोन को मांगा. जिस पर उसने देने से मना किया और कहने लगा कि गिरवी की रकम लौटा दो और मोबाइल लेलो, जिसको लेकर तीनों की बीच में विवाद होने लगा. विवाद इतना बढ़ गया कि आरोपी अमरदीप ने मृतक के जबड़े में डंडे से वार कर बेहोश किया और उसपर प्राणघातक हमला कर दिया. जिसके बाद दोनों आरोपी ने लाश को छिपाने तालाब में फेंक दिया. वहीं मृतक के जेब से आरोपियों ने पैसे भी निकाले है. आखिर कार सीसीटीवी टीवी कैमरे और अन्य तकनीकी मदद से पुलिस ने मामले पर से पर्दा उठा दिया हैं.
जानिए पूरा मामला
एसएसपी गिरिजाशंकर जायसवाल ने बताया कि योगेश कुमार जांगड़े पिता हंसराम जांगड़े ने थाना मुंगेली में रिपोर्ट दर्ज कराया कि उसके पिता हंसराम जांगड़े 22 फरवरी को तिवरा बेचने मुंगेली गया था. जहां मृतक ने सामान खरीदकर प्रार्थी और उसके बच्चों को सामान देने के बाद प्रार्थी अपने बच्चों के साथ निवास ग्राम अनंतपुर थाना फास्टरपुर वापस आ गए. प्रार्थी के पिता हंसराम जांगड़े मुंगेली में ही रूक गये थे, जो देर रात वापस नहीं आए. जिसके बाद परिजनों और रिश्तेदारों से पता करने पर भी कोई पता नहीं चला. जिसपर सिटी कोतवाली थाने में गुम इंसान दर्ज कर पता तलाश शुरू किया गया.
तालाब में मिला शव
पतासाजी के दौरान 27 फरवरी को ग्राम ढेढ़ाधौरा शासकीय तालाब में एक व्यक्ति का शव पाया गया. जिसकी सूचना पर प्रार्थी योगेश कुमार जांगड़े ने घटना स्थल पर पहुंचकर कपड़े, फूलपेंट और हाथ का चूड़ा से अपने पिता हंसराम जांगड़े के रूप में पहचान कार्रवाई की गई. प्रकरण की विवेचना के दौरान घटना स्थल का सूक्ष्मता से निरीक्षण किया गया. मृतक का शव दो-तीन दिन पुराना था, जिसके पैर को जानवरों के नोचे जाने से पैर का केवल हड्डी दिखाई दे रहा था और गले में गमछे से गांठ बंधा हुआ था. जिसपर प्रथम दृष्टया मामला संदिग्ध लगते ही तत्काल डाॅग स्क्वाॅड टीम और फारेंसिंक टीम को मौके पर बुलाया गया. डाॅग स्काॅवड की टीम टेढाधौरा चैक के पास पहुंची, जिसे मृतक को उस रास्ते से लाने के संबंध में इनपुट प्राप्त हुआ. साथ ही फाॅरेंसिक टीम ने मृतक के जबड़े में किसी ठोस वस्तु से मारने संबंधी तथ्य बताया और वाद-विवाद या किसी रंजिशवश घटना करना प्रतीत हुआ.
पोस्टमार्टम में हुआ हत्या का खुलासा
पीएम में प्राप्त रिपोर्ट अनुसार हत्या का प्रकरण होने से थाना फास्टरपुर में अज्ञात आरोपी के विरूद्ध हत्या का अपराध पंजीबद्ध किया गया. मामले की त्वरित जांच कार्रवाई के लिए एसएसपी गिरिजा शंकर जायसवाल विशेष टीम गठित किया. थाना फास्टरपुर की टीम ने मृतक के परिजनों और मुखबिरों से सम्पर्क कर पूछताछ किया. इसके साथ ही आसपास के ग्रामीणों से सम्पर्क कर सूचना संकलन और मुखबिर से प्राप्त सूचना लड़ाई झगड़ा वादविवाद होने के संबंध में तस्दीक किया गया. वहीं पुलिस संदेहियों से पूछताछ की. इस दौरान मृतक के अंतिम बार मुंगेली में होने की जानकारी प्राप्त हुई थी. जिसके बाद पुलिस ने ग्राम चकरभाठा, टेढाधौरा घटना स्थल तक लगे समस्त सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया.
सीसीटीवी से मिले अहम सुराग
सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों से प्राप्त सूचना के आधार पर पता चला कि मृतक हंसराम जांगड़े अंतिम बार शराब दुकान से कुछ लोगों के साथ गांव की ओर गया था. इस आधार पर सीसीटीवी में दिखाई देने वाले लोगों की पतासाजी कर पूछताछ की कार्रवाई प्रारंभ की गई. इस दौरान संदेही अमरदीप उर्फ दीपू बघेल और रितेश उर्फ भोलू दोनों निवासी लछनपुर के साथ मृतक को शराब दुकान से साथ में मोटरसाइकिल से जाना पता चला. जिसके बाद पुलिस ने दोनों संदेही संदेहियों को हिरासत में लिया.
संदेहियों से पूछताछ में हुआ खुलासा
दोनों संदेहियों से पूछताछ में स्पष्ट हुआ कि संदेही अमरदीप ने अपने मोबाइल को 500 रूपये में मृतक के पास शराब दुकान के पास गिरवी रखा था और उस पैसे से शराब लेकर तीनों शराब पीये. शराब दुकान से तीनों साथ में मोटरसाइकिल से वापस गांव के लिए निकल गए. इसी दौरान वापस जाते समय ग्राम टेढाधौरा में आरोपी अमरदीप के मोबाइल पर काॅल आने पर आरोपी ने मोबाइल को मृतक से मांगा लेकिन मृतक ने 500 रूपये वापस करने पर ही मोबाइल देने की बात कही. जिसपर मृतक हंसराम जांगड़े और आरोपियों के बीच वाद विवाद हुआ और आरोपी अमरदीप ने डंडे से मृतक के जबड़े के पास लकड़ी से हमला कर दिया, जिससे वह बेहोश हो गया. उसके बाद आरोपी ने फिर से लकड़ी से मृतक के ऊपर प्राणघातक हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गई. हत्या के बाद आरोपी अमरदीप और रितेश मृतक के जेब में रखे पैसे को निकाल और उसके शव को टेढाधौरा शासकीय तालाब में डालकर बेशरम के पौधे से शव को ढक दिया था. मामले में पुलिस ने आरोपियों से घटना में प्रयुक्त डंडा, मोटरसाइकिल जब्त किया है.
इस हत्या कांड के आरोपियों की पहचान में सीसीटीवी कैमरा की महत्वपूर्ण भूमिका रही. जिसको लेकर मुंगेली पुलिस ने व्यावसायिक प्रतिष्ठाानों और आमजनों से अपील किया है कि अधिक से अधिक सीसीटीवी कैमरा अपने घरों और प्रतिष्ठानों में लगवाएं.
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