लखनऊ. राज्यसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियां जोर-आजमाइश में लगी हैं. भाजपा हर कीमत पर ज्यादा से ज्यादा सीटें अपने खाते में दर्ज करना चाहती है वहीं विपक्ष भाजपा को हर हाल में आगे बढ़ने से रोकना चाहता है. यूपी में भी ऐसा ही कुछ हो रहा है लेकिन कोर्ट के एक फैसले ने भाजपा के मैनेजरों के चेहरे पर मुस्कान ला दी.
दरअसल उत्तर प्रदेश के दो विधायक माफिया डान मुख्तार अंसारी और समाजवादी पार्टी के विधायक हरिओम यादव राज्यसभा चुनाव में अपने वोट नहीं डाल पाएंगे. ये फैसला इलाहाबाद हाईकोर्ट ने दिया है. खास बात ये है कि ये दोनों विधायक भाजपा के विरोधी खेमे के हैं. जिसका सीधा लाभ भाजपा को मिलेगा.
भाजपा वैसे भी अपने उम्मीदवार अनिल अग्रवाल को चुनाव जिताने के लिए 37 वोटों के बहुमत से थोड़ा दूर ही है लेकिन भाजपा फिर से मुकाबले में वापस आ गई है. हाईकोर्ट ने इन विधायकों को राज्यसभा चुनाव में वोट देने की अर्जी को खारिज कर दिया. ये दोनों विधायक फिलहाल जेल में बंद हैं औऱ इनमें से मुख्तार बसपा तो हरिओम सपा के सदस्य हैं.
देखना होगा कि शाम 5 बजे के बाद होने वाली वोटों की गिनती में भाजपा के चुनाव मैनेजर अपनी रणनीति में सफल होते हैं या फिर उनके विरोधी लेकिन तब तक खेल हर-पल बदलेगा. जिस पर हर किसी की नजर रहेगी.