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रिपोर्ट- संदीप करिहार

बिलासपुर। जिला निर्वाचन कार्यालय ने बड़ी कार्रवाई करते हुए मतदाता सूची से 30 हजार नाम विलोपित करने की कार्रवाई शुरु कर दी है। निर्वाचन की कार्रवाई के बाद राजनैतिक दलों में हड़कंप की स्थिति है। कांग्रेस ने जांच के लिए बकायदा बूथवार कमेटी का गठन कर दिया है जो घर-घर जा कर सर्वे करेंगे।

दरअसल जिला निर्वाचन द्वारा मतदाता सूची का पुनरीक्षण करवाया जा रहा था जिसमें सर्वे के दौरान जो लोग संबंधित पते पर नहीं रहते थे या फिर जो  किन्हीं कारणों से नहीं मिले या जिनकी मृत्यु हो गई,  उन सभी का नाम मतदाता सूची से हटाया जा रहा है। बताया जा रहा है कि जिले में ऐसे 30 हजार मतदाताओं का नाम था जिन्हें अब सूची से हटाया जा रहा है। जिनमें अकेले बिलासपुर विधानसभा से ही 10 हजार लोगों का नाम हटाया जा रहा है।

इस मामले में कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि साजिश के तहत लोगों का नाम हटाया जा रहा है। जिन लोगों का नाम सूची से विलोपित किया गया है उनमें से अधिकांश उनकी पार्टी के कार्यकर्ता हैं या फिर उनके कट्टर समर्थक हैं। कांग्रेस का कहना है कि प्रतिदिन उनके कार्यकर्ता शिकायत कर रहे हैं कि उनका नाम सूची से हटा दिया गया है। इतनी बड़ी संख्या में नाम हटाए जाने की कार्रवाई को लेकर कांग्रेस ने बूथ स्तर पर कमेटी का गठन कर दिया है।  ये कमेटी जिला निर्वाचन कार्यालय से उपलब्ध मतदाता सूची को लेकर घर-घर जाएंगे व एक-एक मतदाताओं की अपने स्तर पर पतासाजी करेंगे और नई सूची बनाएंगे।  मतदाता सूची की पड़ताल के लिए शहर कांग्रेस कमेटी ने बूथ कमेटी में स्थानीय कार्यकर्ताओं को तवज्जो दी है। इसके पीछे अपने बूथ के मतदाताओं से सीधी पहचान माना जा रहा है। 

इनका ये है कहना

शहर कांग्रेस अध्यक्ष नरेन्द्र बोलन ने lalluram.com से बातचीत में कहा कि मतदाता सूची में ऐसे वोटरों के नाम को भी डिलीट कर दिया गया है जो वोटर लिस्ट में दिए गए पते पर वर्तमान में रह रहे हैं। शिकायतें मिल रही है कि अधिकांश कांग्रेसी कार्यकर्ता या फिर कांग्रेस समर्थित मतदाता हैं। मतदाता सूची के आधार पर कांग्रेस एक-एक वोटरों की अपने स्तर पर पहचान करेगी। इसके लिए बूथ कमेटी का गठन किया गया है। 

 

उधर जिला भाजपा अध्यक्ष रजनीश सिंह ने कांग्रेस के ऊपर राजनीति करने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि खिसियानी बिल्ली खंबा नोचे की तरह ही कांग्रेस का कार्य केवल विरोध करना ही रह गया है। 16 दिनों तक मतदाता सूची में दावा-आपत्ति का मौका दिया गया था। इतने दिन तक कांग्रेसी क्यों खामोश रहे और अब वे राजनीति कर रहे हैं।

 

उप जिला निर्वाचन अधिकारी राजेन्द्र गुप्ता ने इतनी बड़ी संख्या में मतदाताओं का नाम विलोपित करने पर कहा है कि मौके पर ना मिलने वाले मतदाताओं की अलग से सूची बनाई गई थी। पड़ोसियों से इस संबंध में पंचनामा भी कराया गया था।  इसी आधार पर करीब 30 हजार मतदाताओं के दिए गए पते पर न होने का खुलासा किया गया था। लिहाजा इन वोटरों के नाम मतदाता सूची से विलोपित करने की कार्यवाही की जा रही है। जिला निर्वाचन कार्यालय ने इसकी जानकारी राजनीतिक दलों को भी दे दी है।