Delhi Election 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार प्रसार अभियान तेज हो गया हैं। आम आदमी पार्टी, भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। तीनों प्रमुख दलों ने दिल्ली की सत्ता हासिल करने के लिए यूं तो कई बड़ी बड़ी घोषणाएं की है। लेकिन राजधानी के मध्य एक इलाका ऐसा भी है जहां कई शिकायतें हैं। जी हां… दिल्ली के गार्स्टिन बास्टियन यानी जीबी रोड में सेक्स वर्कर्स कई समस्याओं से जूझ रहे है। लेकिन आज तक कोई हल नहीं निकल सका है। यौनकर्मियों को बुनियादी सुविधाओं के लिए हर दिन संघर्ष करना पड़ रहा है।

दिल्ली के मध्य में स्थित जीबी रोड दो विधानसभाओं के अंतर्गत आता है। इसमें कुछ हिस्सा बल्लीमारान और कुछ हिस्सा मटिया महल विधानसक्षा क्षेत्र में आता है। जहां करीब 74 वेश्यालय हैं। यहां सैकड़ों सेक्स वर्कर्स रहते है। यौनकर्मी आज भी बुनियादी सुविधाओं जैसे पानी, नियमित बिजली और स्वच्छता से वंचित हैं। वेश्यालयों में तंग और बंद कमरे मिलेंगे, जिनमें एक बेड रखने के लिए भी जगह नहीं है। शौचालयों की संकरी नालियां उनके दरवाजों के ठीक बाहर बहती हैं, जिससे स्थिति और बदतर हो जाती है।

ये भी पढ़ें: Delhi Election में 29 प्रत्याशी अनपढ़: 46% ने की 5वीं से 12वीं के बीच पढ़ाई, 25-30 साल की आयु वाले उम्मीदवारों की संख्या में आई गिरावट

10 से 15 महिलाओं के लिए एक ही शौचालय

तीस सालों से काम करने वाली एक सेक्स वर्कर्स ने बताया कि हम भी बाकी लोगों की तरह मतदान करते हैं, लेकिन हमें सबसे कम तवज्जो दी जाती है। हम एक ऐसी जिंदगी जीते हैं, जिसमें चार या पांच महिलाएं एक ही कमरे में रहती हैं। कम से कम 10 से 15 महिलाएं एक ही मंजिल पर रहती हैं और सभी के लिए एक ही शौचालय है। 30 वर्षीय यौनकर्मी का कहना है कि यहां अपर्याप्त पानी आता है। गंदगी का अंबार लगा रहता है, साफ सफाई का ध्यान नहीं दिया जाता हैं। सुबह के समय तीन से चार घंटे तक बिजली नहीं रहती, रात में भी यही स्थिति रहती है। सर्दियों में तो किसी तरह से काम चल जाता है, लेकिन गर्मियों में मुश्किल होता है। उनके कमरों में हवा या धूप के लिए खिड़कियां भी नहीं हैं।

वादा पूरा नहीं करते नेता

यौनकर्मियों ने बताया कि इन चुनौतियों के बावजूद नेता अपने प्रचार के दौरान शायद ही कभी जीबी रोड की स्थिति पर बात करते हैं। 10 साल से ज्यादा समय यहां रह रहीं यौनकर्मी का कहना है कि हर बार चुनाव में नेता आते हैं और वादे कर जाते हैं, लेकिन कुछ बदलाव देखने को नहीं मिला है। वहीं एक अन्य सेक्स वर्कर्स ने बुनियादी इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर अपनी बात रखी और बताया कि हमारे पास राशन कार्ड भी नहीं हैं। कई एनजीओ आते तो है, हमारी समस्याएं सुनते भी हैं, लेकिन कोई भी हमें यह नहीं बताता कि हम क्या कर सकते हैं जिससे हमारी जिंदगी को थोड़ा बेहतर बनाने में मदद मिल सके।

ये भी पढ़ें: दिल्ली में यमुना पर ‘जहर’ वाली सियासत: केजरीवाल के दावे पर हरियाणा के CM सैनी ने जताई नाराजगी, कहा- वादा पूरा नहीं कर सके और अब झूठ बोल रहे

सेक्स वर्कर्स ने लगाई उम्मीद

आपको बता दें कि दिल्ली विधानसभा की सभी 70 सीटों पर 5 फरवरी को मतदान होना है। वहीं 8 फरवरी को रिजल्ट जारी किया जाएगा। दिल्ली की सत्ता पर काबिज होने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने कई बड़े बड़े वादे किए हैं। तीनों प्रमुख दलों का खास फोकस महिलाओं पर ही है। ऐसे में अब जीबी रोड में रहने वाली इन महिलाओं को उम्मीद है कि नई सरकार उनकी लंबे समय से चली आ रही समस्याओं का हल निकालेगी, उन्हें बुनियादी सुविधाओं मुहैया कराएगी।