नई दिल्ली। देश में कोरोना के केस बढ़ने लगे हैं. बीते 24 घंटे में 42 हजार 618 नए मरीज सामने आए हैं. देश में फिलहाल 4 लाख से अधिक एक्टिव केस हैं. वहीं 330 कोरोना मरीजों के जान गंवाने के बाद अब मृतकों की कुल संख्या 4 लाख 40 हजार 225 हो गई है. इधर संभावित तीसरी लहर को देखते हुए दिल्ली की केजरीवाल सरकार (kejriwal Government) इससे निपटने के तमाम इंतजामात करने में जुटी हुई है. दिल्ली में देशभर से मरीज अपना इलाज करवाने के लिए आते हैं.
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13 अस्पतालों में नोडल अधिकारी नियुक्त
केजरीवाल सरकार ने कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा संचालित 13 अस्पतालों के लिए नोडल अधिकारी (Nodal Officers) नियुक्त किए हैं. नोडल अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे तैयारियों की निगरानी तुरंत शुरू करें. उन्हें निर्देशित किया गया है कि अस्पतालों में बिस्तर बढ़ाएं, जरूरी मानव संसाधन की सोर्सिंग करें, ऑक्सीजन की आपूर्ति का ध्यान रखें. इसके अलावा पर्याप्त दवाओं की खरीद और जरूरत अनुसार भंडारण भी शामिल हैं. नोडल अधिकारी लोक निर्माण विभाग जैसी एजेंसियों और संबंधित जिलाधिकारियों के साथ भी समन्वय स्थापित करेंगे.
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पूरा प्रभार संभालेंगे नोडल अधिकारी
नोडल अधिकारी कोविड 19 अस्पताल का पूरा प्रभार संभालेंगे. जिन 13 अस्पतालों में नोडल अधिकारी नियुक्त किए गए हैं, उनमें लोक नायक अस्पताल, गुरु तेग बहादुर अस्पताल, दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल, दीप चंद बंधु अस्पताल, बुरारी अस्पताल शामिल हैं.
इधर दिल्ली में केजरीवाल सरकार की 6 महीने में 7 नए अस्पताल बनाने की भी योजना है. इन अस्पतालों में 6836 आईसीयू बेड होंगे. इसके बाद दिल्ली में आईसीयू बेड की क्षमता बढ़कर 17 हजार पर पहुंच जाएगी.
सरिता विहार, शालीमार बाग, सुल्तानपुरी, किराड़ी, रघुबीर नगर, जीटीबी अस्पताल और चाचा नेहरू बाल चिकित्सालय में अस्पताल बनाए जाएंगे. मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में लगभग 10 हजार आईसीयू बेड हैं. नए 6800 बेड बढ़ाए जाने के बाद आईसीयू बेड की क्षमता में लगभग 70 फीसदी का इजाफा होगा.