कांवड़ यात्रा के लिए दिल्ली सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं. इस महीने के अंत में शुरू होने वाली कांवड़ यात्रा के लिए शहर भर में 200 शिविर लगाएगी. पूर्वी दिल्ली, उत्तरी पूर्वी दिल्ली व शाहदरा जिला दिल्ली में कांवड़ियों के प्रवेश का केंद्र होगा. इन तीनों जिलों में ज्यादा शिविर लगाए जाएंगे, ताकि किसी को परेशानी न हो.
22 जुलाई से शुरू होने वाले सावन के महीने में, दिल्ली और पड़ोसी हरियाणा के लोग उत्तराखंड के ऋषिकेश और हरिद्वार तक पैदल जाते हैं, गंगा नदी से जल इकट्ठा करते हैं और इसे शिव मंदिरों में चढ़ाने के लिए वापस लाते हैं. अधिकारियों ने कहा कि इन शिविरों की स्थापना के लिए टेंडर पहले ही जारी किए जा चुके हैं.
राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि इन 200 शिविरों में से 40 उत्तर पूर्वी दिल्ली में, 30 पूर्वी दिल्ली में और 17 शाहदरा में स्थित होंगे. विभाग की तीर्थ यात्रा विकास समिति के कमल बंसल ने बताया कि 22 जुलाई से शुरू हो रहे सावन के महीने में कांवड़ यात्रियों के ठहरने के लिए इन शिविरों में बिजली, पेयजल और शौचालय जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी. उन्होंने कहा कि 25 से 26 जुलाई के बीच श्रद्धालुओं की भीड़ सबसे अधिक होगी और विभाग की टीमें यह सुनिश्चित करने के लिए तैयारी कर रही हैं कि कोई समस्या न हो.
अधिकारियों ने कहा कि पहले शिविर लगाना मुश्किल था क्योंकि इसके लिए कई अनुमतियों की आवश्यकता होती थी, लेकिन इस बार जिलाधिकारियों ने कांवड़ यात्रा के आयोजकों के साथ बैठकें की ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि सभी औपचारिकताएं बिना किसी परेशानी के पूरी हो जाएं.
पिछले महीने कांवड़ यात्रा की तैयारियों की समीक्षा के लिए हुई बैठक में दिल्ली की मंत्री आतिशी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया था कि वे श्रद्धालुओं को आराम करने के लिए वाटरप्रूफ कैंप, पीने का पानी, टॉयलेट और मेडिकल असिस्टेंट सभी सुविधाएं मुहैया कराएं.
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