नई दिल्ली। केजरीवाल सरकार के अथक प्रयासों के चलते भागीरथी, सोनिया विहार, चंद्रावल, ओखला और वजीराबाद वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में अब स्थिति सामान्य हो गई है. दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने कहा कि पानी में अमोनिया का स्तर बढ़ने के कारण डब्ल्यूटीपी को पहले कम क्षमता पर काम करना पड़ रहा था. केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में पानी की कम आपूर्ति से निपटने के लिए दिल्ली जल बोर्ड की तैयारियों पर लगातार नजर रखा हुआ है. राघव चड्ढा ने कहा कि हरियाणा द्वारा यमुना नदी में दिवाली के दौरान भारी मात्रा में सीवेज और औद्योगिक कचरे को बहाया गया. पानी में अमोनिया के स्तर में वृद्धि के कारण डब्ल्यूटीपी की ऑपरेटिंग क्षमता में 50 फीसदी की कमी आ गई थी.

लालकृष्ण आडवानी का जन्मदिन : पीएम मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह ने दी बधाई

दिल्ली जल बोर्ड के कड़े प्रयासों के कारण अब सभी डब्ल्यूटीपी अपनी पूरी क्षमता के साथ काम कर रहे हैं. दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और पूर्वी उत्तर-पूर्वी दिल्ली के प्रभावित क्षेत्रों में कम पानी की आपूर्ति को पूरा करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड ने पर्याप्त संख्या में पानी के टैंकर लगाए थे. डीजेबी के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने दिल्लीवासियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि जल संकट को कम से कम करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों और इंजीनियरों की टीम दिन-रात काम कर रही है. उन्होंने कहा कि सोनिया विहार, वजीराबाद, भागीरथी और चंद्रावल ट्रीटमेंट प्लांट में भी अब पानी का उत्पादन ठीक हो गया है और यह वर्तमान में 90 फीसदी क्षमता से अधिक पर काम कर रहे हैं. मुझे उम्मीद है कि देर शाम तक सभी डब्ल्यूटीपी अपनी पूरी क्षमता से काम करने लगेंगे.

पंजाब ने पेट्रोल की कीमत में 10 और डीजल में 5 रुपए की कटौती की

दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने ट्वीट कर कहा कि हरियाणा द्वारा यमुना नदी में भारी मात्रा में सीवेज और औद्योगिक कचरा बहाए जाने के कारण वजीराबाद के पास यमुना नदी में अमोनिया (यानी प्रदूषक) का स्तर तीन पीपीएम तक बढ़ गया था. इससे सोनिया विहार, भागीरथी, चद्रावाल, ओखला और वजीराबाद वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी का उत्पादन प्रभावित हुआ है. इसके अलावा दशहरा से दिवाली के अवधि के दौरान गंगा नहर (जो दिल्ली को गंगा जल की आपूर्ति करती है) वार्षिक रखरखाव के चलते बंद कर दी जाती है. परिणाम स्वरूप, सोनिया विहार और भागीरथी डब्ल्यूटीपी में उत्पादन, जो यमुना नदी से भी कच्चे पानी की आपूर्ति प्राप्त करते हैं, इस अवधि के दौरान 50 फीसद कम हो जाता है. हरियाणा द्वारा यमुना में छोड़े गए प्रदूषकों के कारण डब्ल्यूटीपी ठीक से काम नहीं कर पा रहे हैं.

हरेक डब्ल्यूटीपी से पानी का उत्पादन और संयंत्रों की कुल क्षमता-

संयंत्र             उत्पादन क्षमता           (एमजीडी में)
वज़ीराबाद          129.37                   134
चंद्रवल               83.09                     94
भागीरथी            49.78                    110
सोनिया विहार      51.23                   140राघव चड्ढा ने कहा कि बढ़ते जल प्रदूषणों को नियंत्रित करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड की जल गुणवत्ता प्रबंधन टीम ने उत्पादन मानदंडों के अनुसार पानी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए यमुना के कच्चे पानी में कीटाणुनाशकों में बढ़ोतरी की है. हम यमुना नदी में अमोनिया की समस्या के समाधान के लिए हरियाणा के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. दिल्ली जल बोर्ड यथाशीघ्र सामान्य जल आपूर्ति बहाल करने और अमोनिया के स्तर को नीचे लाने के लिए अथक प्रयास कर रहा है.

अंबिका की सलाह के कारण CM न बन सके जाखड़ का निशाना, टाइटलर की नियुक्ति में सोनी का फीडबैक तो लिया ही होगा

दक्षिणी दिल्ली, पूर्वी दिल्ली और उत्तर-पूर्वी दिल्ली के प्रभावित इलाकों में कम पानी की आपूर्ति को पूरा करने के लिए दिल्ली जल बोर्ड ने पर्याप्त संख्या में पानी के टैंकर लगाए थे. उन्होंने कहा कि मैं प्रभावित निवासियों को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद देना चाहता हूं और उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि अधिकारियों और इंजीनियरों की हमारी टीम दिन-रात काम कर रही है, ताकि दिल्ली के निवासियों की पानी की समस्या को जल्द से जल्द कम किया जा सके. डब्ल्यूटीपी की स्थिति के बारे में बताते हुए डीजेबी उपाध्यक्ष राघव चड्ढा ने कहा कि अमोनिया और प्रदूषणों के कारण डब्ल्यूटीपी में उत्पादन अपनी कुल क्षमता से 50 फीसदी तक कम हो गया था. डीजेबी इंजीनियरों और अधिकारियों के अथक प्रयासों ने अमोनिया के स्तर को कम करने में मदद की है और अब 100 फीसदी क्षमता के साथ जल उत्पादन हो रहा है. मुझे उम्मीद है कि दिल्ली के निवासियों को पहले की तरह ही पर्याप्त पानी की आपूर्ति मिल जाएगी.