नई दिल्ली . दिल्ली नगर निगम में आज 12 वार्ड समितियों के चुनाव होने वाले हैं. उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने MCD के आयुक्त अश्वनी कुमार को चुनाव कराने के निर्देश दिए थे जिसके बाद उन्होंने MCD के सभी जोन के उपायुक्तों को पीठासीन अधिरारी बनाया था. चुनाव आज बुधवार को सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक कराए जाएंगे. इससे पहले मेयर शैली ओबेरॉय ने पीठासीन अधिकारियों की नियुक्ति से इंकार कर दिया था.
निगम के अधिनियम के अनुसार वार्ड समिति के चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारियों की नियुक्ति आवश्यक है. वे ही चुनाव करवाते हैं. मेयर ने निगम आयुक्त अश्विनी कुमार को पत्र लिखकर चुनाव को दोबारा करने के लिए कहा था. मेयर ने समितियों के अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और स्थायी समिति के लिए एक सदस्य के नामांकन के लिए 1 सप्ताह का नोटिस देने के लिए कहा था.
MCD आयुक्त ने आदेश में कहा था कि 12 वार्ड समितियों के लिए चेयरमैन, डिप्टी चेयरमैन और स्थायी समिति के लिए एक सदस्य के चुनाव के संबंध में चुनाव कार्यक्रम पहले ही तय किया जा चुका है. हालांकि मेयर ने इस चुनाव के लिए पीठासीन अधिकारियों को नामित नहीं किया है. ऐसे में व्यापक जनहित में और नगर निकाय की लोकतांत्रिक भावना को संरक्षित करने के लिए उपराज्यपाल ने निर्देश दिया है कि चुनाव आयुक्त, MCD द्वारा अधिसूचित कार्यक्रम के अनुसार आयोजित किए जाएं.
मेयर का चुनाव अधिकारी नियुक्त करने से इनकार
दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय ने बुधवार को होने वाले वार्ड समिति के चुनाव को लेकर प्रोसिडिंग अफसर नियुक्त करने से इंकार कर दिया, जिसकी वजह केवल 1 दिन की नोटिस देने के चलते नामांकन दाखिल करने में असमर्थ पार्षदों से कई ज्ञापन प्राप्त होने की बात कही गई है. मेयर के मुताबिक नामांकन प्रक्रिया के लिए पर्याप्त समय दिया जाना चाहिए था. मेयर का आरोप है कि उनके निर्देश देने के बाद भी नगर निगम सचिव को चुनाव की अधिसूचना देने में 5 दिन लग गए, ऐसे में नामांकन दाखिल करने के लिए सिर्फ एक दिन कैसे दिया जा सकता है?
मेयर ने वजह यह भी बताई की MCD के इतिहास में नामांकन दाखिल करने के लिए इतना कम समय पहले कभी नहीं दिया गया. आदेश में मेयर ने आयुक्त को नामांकन दाखिल करने के लिए कम से कम एक सप्ताह का नोटिस देकर चुनाव प्रक्रिया को दोबारा शुरू करने का आदेश दिया है.
कौन किस पर पड़ेगा भारी?
यह चुनाव करीब 18 महीने बाद हो रहे हैं जिसमें तय होगा कि MCD की सबसे शक्तिशाली बॉडी स्टैंडिंग कमेटी के चुनाव में कौन सी पार्टी बाजी मारेगी. फिलहाल 12 वार्ड में से 7 पर BJP और 5 पर आम आदमी पार्टी का कब्जा है.
चुनाव में हंगामे के आसार
निगम में चुनाव के दौरान भारी बवाल की आशंका है. ऐसे में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं. बूथ पर ना तो कोई मोबाइल ले जाने की अनुमति होगी और ना ही कोई अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस. इसके अलावा पार्षदों और मनोनीत सदस्यों के साथ किसी भी प्रत्याशी या समर्थक को वोटिंग बूथ तक जाने की इजाजत नहीं है.
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