नई दिल्ली. बेगमपुर पुलिस ने नवजात की तस्करी में लिप्त गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इसमें पांच महिलाएं शामिल हैं. डीसीपी गुरु इकबाल सिंह सिद्धू ने मंगलवार को बताया कि पुलिस ने इनके कब्जे से छह दिन की नवजात को भी बरामद किया है. तीन बेटियों की मां ने नवजात बच्ची को 50 हजार रुपये में बेच दिया था. जांच में पता चला है कि इस गिरोह ने अब तक 200 से ज्यादा बच्चों को बेच दिया है.

रोहिणी सेक्टर 24 इलाके में 20 फरवरी को पुलिस को पीसीआर कॉल मिली थी. एक शख्स ने बताया कि सामने वाले घर से बच्चे के रोने की आवाज आती है, जबकि यहां किसी बच्चे का जन्म नहीं हुआ. कॉलर ने शिशु तस्करी की शंका जताई. इस पर एसएचओ बेगमपुर राजीव रंजन की टीम मौके पर पहुंची. वहां दो महिलाएं मिलीं, जिनके पास नवजात थी. महिलाओं ने बच्ची के बारे में संतोषजनक उत्तर नहीं दिया तो पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की.

उन्होंने बताया कि मुक्तसर पंजाब से यह शिशु बेचने के लिए लाया गया है. पुलिस ने बेगमपुर से पीयूष और पंजाब से रमन, राजेंद्र और तीन महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों में रमन की पत्नी और पीयूष की दो सगी बहन भी शामिल हैं. आरोपियों ने बताया कि फोटोग्राफर की पत्नी को तीन बेटियां हैं. उसने 15 फरवरी को एक और बेटी को जन्म दिया था. फिर प्रसव कराने वाली दाई ने मध्यस्थता कर 50 हजार में शिशु को खरीद लिया. इसके बाद शिशु छह बार खरीदा और बेचा गया. इसके बाद बच्ची बेगमपुर पहुंची, जहां से उसके लिए उपयुक्त खरीदार ढूढ़ा जा रहा था.

200 से ज्यादा शिशुओं को बेच चुका गिरोह

जांच में सामने आया कि इस गिरोह की अहम कड़ी संग्राम है, जिसकी तलाश की जा रही है. पुलिस ने गिरोह के कब्जे से डायरी बरामद की है. डायरी के अनुसार यह गिरोह अब तक दो सौ से अधिक बच्चों को बेच चुका है. हाल में इन्होंने दस फरवरी को जन्मे एक बच्चे को बेचा है. पुलिस अधिकारी ने बताया कि बरामद कन्या शिशु को शिशु गृह में रखवा दिया गया है. बच्ची को उसके डीएनए जांच के बाद मां को सौंपा जाएगा.