नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने गुरुवार को कहा कि उन्होंने मेवाती गिरोह का भंडाफोड़ किया है और इसके 3 सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जो ATM लूट के कई मामलों में वांछित थे. पुलिस ने कहा कि इस तरह के पिछले मामले में गिरोह ने लूटपाट करने के बाद हरियाणा के मेवात में एक कुएं में एटीएम फेंक दिया था. आरोपियों की पहचान इमरान उर्फ इम्मा, सलमान और शकील के रूप में हुई है. स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) जसमीत सिंह ने कहा कि गिरोह का सरगना इमरान भी हत्या, रंगदारी, डकैती और अन्य मामलों में वांछित था.

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गिरोह के सदस्य गंभीर वारदातों में पाए गए हैं लिप्त

डीसीपी जसमीत सिंह ने कहा कि इस गिरोह के सदस्य दिल्ली-एनसीआर और आसपास के राज्यों में एटीएम को उखाड़ने, एटीएम तोड़ने और वहां से नकदी ले जाने और अन्य जघन्य अपराधों में लिप्त पाए गए हैं. पुलिस ने उनके कब्जे से एक क्रेटा कार बरामद की है, जिसे लूटे गए पैसों से 8 लाख रुपये में खरीदा गया था. अधिकारी ने बताया कि एसीपी अत्तर सिंह की निगरानी में इंस्पेक्टर ईश्वर सिंह और शिव कुमार की एक टीम उन्हें पकड़ने में लगी हुई है. मार्च में गिरोह ने बदरपुर इलाके में लूट को अंजाम दिया था, जहां एसबीआई बैंक के एक एटीएम से 34 लाख रुपये निकाले गए थे. आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज की जांच की गई और एक बोलेरो कार को ATM बूथ और आसपास की सड़कों के पास से गुजरते हुए देखा गया. पुलिस को पता चला कि घटना के पीछे मेवात का एक गिरोह है.

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पुलिस ने आरोपियों को पकड़ने के लिए बिछाया जाल

पुलिस अधिकारी ने बताया कि हमें सूचना मिली कि अपराध के पीछे गिरोह के दो सक्रिय सदस्य इमरान और सलमान 6 अप्रैल को क्रेटा कार से लाडो सराय इलाके में आ रहे हैं और इस अनुरूप ही उन्हें पकड़ने के लिए जाल बिछाया गया था. पुलिस ने रात 8 बजे उनके वाहन को रोका. पुलिस को देखकर इमरान ने गोलियां चलाईं, लेकिन दोनों काबू में आ गए. उनका इंतजार कर रहे उनके सहयोगी शकील को भी मौके से गिरफ्तार कर लिया गया. आरोपियों ने पुलिस को बताया कि एटीएम को हटाकर वे मेवात ले गए और नकदी निकाल कर एक कुएं में फेंक दिया.