नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग (DCW) ने 13 साल की अगवा बच्ची के मामले में पुलिस को नोटिस जारी किया है. दिल्ली पुलिस को इस बात पर नोटिस जारी किया गया है, क्योंकि पुलिस एक अपहृत 13 वर्षीय बच्ची को रेस्क्यू कराने के लिए बिहार नहीं जा सकी. हालांकि मामले में स्पष्टीकरण मांगने पर पुलिस ने आयोग को सूचित किया कि रेलवे टिकटों की अनुपलब्धता के कारण 10 नवंबर से पहले रेस्क्यू टीम के लिए टिकटों का प्रबंध नहीं किया जा सका, जिसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में 13 दिन की देरी हुई. आयोग द्वारा बताया गया कि दिल्ली पुलिस ने आयोग को आश्वासन दिया कि लड़की को जल्द से जल्द दिल्ली वापस लाया जाएगा, लेकिन कर्रवाई करने में 13 दिन बीत गए और पुलिस टीम 10 नवंबर को बिहार पहुंची.

कृषि कानूनों की वापसी का विधेयक सरकार ने लोकसभा में किया सूचीबद्ध, सोमवार को ही सदन में पेश किया जाएगा वापसी का बिल

 

13 दिन की देरी होने के कारण रेस्क्यू टीम को लड़की का वहां कोई नामोंनिशान नहीं मिला और उसके अपहरणकर्ता उसे दूसरे स्थान पर ले जाने में सफल हो गए. दरअसल इस साल 9 मई को किशोरी का दिल्ली से अपहरण कर लिया गया था. जिसके बाद पीड़िता की मां ने मैदान गढ़ी थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई और फिर आयोग को संपर्क किया. वहीं 29 अक्टूबर को अपहृत किशोरी के बिहार के वैशाली जिले में होने का पता चला और साथ में ये भी पता चला कि उसका विवाह एक 19 साल के लड़के के साथ कर दिया गया है.
आयोग ने मामले पर कड़ा संज्ञान लेते हुए दिल्ली पुलिस से विस्तृत जवाब मांगा है कि इतना गंभीर मामला होने के बावजूद रेस्क्यू में ढिलाई क्यों बरती गई ? साथ ही आयोग ने पुलिस से लड़की को वापस लाने के लिए अन्य वैकल्पिक व्यवस्था नहीं करने का कारण भी पूछा है.

दिल्ली: राम मनोहर लोहिया, सफदरजंग और लेडी हार्डिंग अस्पताल के रेजिडेंट डॉक्टर्स आज से हड़ताल पर

आयोग के मुताबिक, लड़की पहले से ही तस्करी की शिकार थी और इस तरह की लापरवाही ने उसे और अधिक खतरे में डाल दिया. वहीं आयोग ने पुलिस से लड़की का पता लगाने और उसे जल्द से जल्द आयोग के सामने पेश करने को कहा है. डीसीडब्ल्यू प्रमुख स्वाति मालीवाल ने पूरे मामले पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि यह बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है. इस तरह की लापरवाही बिल्कुल गलत है. पुलिस को तुरंत ही बिहार जाकर लड़की को रेस्क्यू करना चाहिए था. पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए किसी विशेष व्यवस्था का इंतजाम क्यों नहीं किया ?