जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) के प्रमुख और आतंकी फंडिंग मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे यासीन मलिक का पोस्टर दिल्ली पुलिस ने मंगलवार (30 अप्रैल, 2024) को हटा दिया. पोस्टर में यासीन मलिक के साथ पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह दिख रहे हैं.
पोस्टर में यासीन मलिक की रिहाई के साथ कांग्रेस को वोट देने की अपील की गई है, मंडी हाउस सर्कल के पास मलिक का पोस्टर लगाया गया था. वहीं पूरे मामले को लेकर बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर है. बीजेपी आईटी सेल के प्रमुख ने पोस्टर को सोशल मीडिया एक्स पर शेयर करते हुए लिखा था, ”कांग्रेस के समर्थन में दिल्ली भर में लगे पोस्टर.”
दरअसल, कोर्ट ने मई 2022 में यासीन मलिक को दोषी ठहराया था और दोषी ठहराए जाने के बाद आतंकी फंडिंग मामले में एक विशेष अदालत ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. एनआईए ने मलिक के लिए मौत की सजा की मांग के ट्रायल कोर्ट के आदेश को चुनौती दी है.
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (यासीन मलिक गुट) को गैरकानूनी संघ’ घोषित किया था. इसको लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि प्रतिबंधित संगठन जम्मू-कश्मीर में आतंक और अलगाववाद को बढ़ावा देने वाली गतिविधियों में लगा हुआ था. राष्ट्र की संप्रभुता , सुरक्षा और अखंडता को चुनौती देने वाले किसी भी व्यक्ति को कठोर कानूनी परिणाम भुगतने होंगे. ऐसा करने वालों पर आगे भी कार्रवाई होती रहेगी.