नई दिल्ली . राजधानी में अपराध पर लगाम लगाने के लिए दिल्ली पुलिस बड़े स्तर पर एआई (आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस) तकनीक का इस्तेमाल करने जा रही है. पांच एआई टूल से पुलिस अपराधियों पर शिकंजा कसेगी.

फिलहाल कई तरह के एआई टूल का ट्रायल किया जा रहा है. इस दौरान इनकी कमियों को देखा जा रहा है, ताकि उन्हें दूर कर एक मजबूत एआई टूल बनाया जा सके. आईआईटी कानपुर एवं आईआईटी दिल्ली से पढ़े वर्ष 2001 बैच के आईपीएस अधिकारी भोला शंकर जायसवाल द्वारा इन एआई टूल को दिल्ली पुलिस में बेहतर ढंग से इस्तेमाल के लिए तैयार करवाया जा रहा है. आने वाले समय में पुलिसिंग को बेहतर करने के लिए एआई के अलग-अलग टूल का इस्तेमाल मददगार साबित होगा.

युवती के हाथ हिलाने पर मिलेगा अलर्ट

दिल्ली में सेफ सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगाए जा रहे कैमरों में एआई सॉफ्टवेयर चलाए जाएंगे. लगभग 25 हजार कैमरों के सामने किसी के बेहोश होकर गिरने, युवती के हाथ हिलाने, अंधेरे में युवती के अकेले दिखने आदि पर तुरंत कंट्रोल रूम और लोकल पुलिस को इससे अलर्ट मिलेगा.

गोली की आवाज पहचानने वाले सेंसर

दिल्ली पुलिस द्वारा लगभग 200 जगहों पर कैमरों के पास गोली की आवाज पहचानने वाले सेंसर लगाए जाएंगे. अगर इनके आसपास गोली चलेगी तो वह तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को अलर्ट भेजेंगे. इसके साथ ही वहां लगा कैमरा भी उसी तरफ घूम जाएगा.

लाइव तस्वीरें देख सकेंगे

दिल्ली पुलिस द्वारा कारकेड मैनेजमेंट टूल का इस्तेमाल हाल ही में जी-20 के दौरान किया गया था. इसमें जीपीएस एवं सीसीटीवी के माध्यम से पुलिस अधिकारी गाड़ियों के काफिले की लोकेशन एवं उसकी तस्वीरें लाइव देख सकते हैं.

चैट जीपीटी लार्ज लैंग्वेज मॉडल

चैट जीपीटी लार्ज लैंग्वेज मॉडल को दिल्ली पुलिस अपनाने जा रही है. वेबसाइट पर पुलिसकर्मी एवं आम लोग चैट करते हुए पुलिस से संबंधित सवालों के जवाब पा सकेंगे. यह उसी तरह से सवालों के जवाब देगा जैसे जीपीटी से मिलते हैं.