मौसम वैज्ञानिकों ने लोगों को सिर्फ जरूरत पड़ने पर बाहर निकलने की सलाह दी है क्योंकि दिल्ली में वायु प्रदूषण ने खतरनाक रूप अख्तियार कर लिया है. दो दिनों से तेज हवा चलने के बावजूद दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 1200 के करीब पहुंच गया है, सबसे अधिक एक्यूआई मुंडका इलाके में दर्ज किया गया है. सीएक्यूएम ने दिल्ली में वायु प्रदूषण को देखते हुए GRAP-4 के प्रतिबंधों को लागू कर दिया है. कुल मिलाकर, दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर घातक है और कई प्रयासों के बावजूद सुधार नहीं हुआ है.
आंकड़ों से जानिए दिल्ली का हाल
दिल्ली में सोमवार सुबह सबसे अधिक 1185, जहांगीरपुरी में 1040, LIC कॉलोनी में 890, न्यू सरुप नगर में 861, डीआईटी में 854, सत्यवती कॉलेज में 829, पंजाबी बाग और आरके पुरम में 811, भलस्वा डेयरी 798, उत्तर नगर में 793, हरि नगर में 783, जनकपुरी में 774, हस्तसाल में 771, अशोक विहार 770, आनंद विहार 763, द्वारका में 761, वजीरपुर 746, मॉडल टाउन 749, अरविंदों मार्ग 739, मदर डेयरी 736, बाली नगर 731, पश्चिम विहार 731, दीपली 729, जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम 725, नारायणा औद्योगिक क्षेत्र 721 और आनंद पर्वत 703 AQI.
भारत मौसम विभाग ने कहा, “सोमवार को सुबह के समय दिल्ली-NCR में घना कोहरा छाए रहने की संभावना है. विभाग के मुताबिक, अधिकतम और न्यूनतम तापमान 27 और 14 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है.”
मानकों से पौने 4गुना ज्यादा प्रदूषक तत्व मौजूद
सीपीसीबी के अनुसार, रविवार को तीन बजे दिल्ली-एनसीआर की हवा में पीएम 10 का औसत स्तर 383 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर और पीएम 2.5 का औसत स्तर 234 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर था, जो मानकों से पौने चार गुने से अधिक प्रदूषण का संकेत देता है. हवा में स्वास्थ्यकर कणों को 100 से कम स्तर पर रखना चाहिए.
राहत मिलने की उम्मीद नहीं के बराबर
3-4 दिनों के बीच, वायु गुणवत्ता पूर्व चेतावनी प्रणाली के अनुसार राहत की उम्मीद कम होगी क्योंकि हवा की औसत गति ज्यादा समय में 10 किलोमीटर प्रति घंटे से कम रहेगी और प्रदूषण का वेंटिलेशन इंडेक्स भी छह हजार से कम रहेगा.
बुजुर्गों और बच्चों से घरों के अंदर रहने की अपील
वायु गुणवत्ता आयोग ने दिल्ली के आम लोगों से सिटीजन चार्टर (ग्रैप एक, दो और तीन) का पालन करने की अपील की है. इसके अलावा, उसने बच्चों, बुजुर्गों और जिनके पास सांस लेने या हृदय संबंधी अन्य बीमारियां हैं, उन्हें बाहर की गतिविधियों से बचने और अधिक से अधिक समय घर में रहने की सलाह दी है.
ये पाबंदियां भी होंगी लागू
दिल्ली सरकार ने सार्वजनिक, नगरीय और निजी कार्यालयों को 50 प्रतिशत क्षमता पर काम करने और बाकी को घर से काम करने की अनुमति देने का निर्णय ले सकता है; आवश्यक सेवाओं के लिए EV-CNG और BS-6 मानक वाले डीजल वाहनों को छूट मिलेगी; दिल्ली के बाहर रजिस्टर्ड हल्के कॉमर्शियल वाहनों पर रोक रहेगी.
केंद्र सरकार घर से काम करने वाले कर्मचारियों को केंद्रीय सरकारी कार्यालयों में काम करने की अनुमति दे सकती है; राज्य सरकारें कॉलेजों और अन्य शैक्षिक संस्थानों को बंद कर सकती हैं; गैर-आपातकालीन व्यवसायों को बंद कर सकती हैं; और रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर वाहनों को चलाने की अनुमति दे सकती हैं.
उपाय जमीनी स्तर पर नजर नहीं आ रहे
दिल्ली में प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए जमीनी उपायों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है. स्थानीय निवासी निगम ऐप 311 पर लगातार शिकायत कर रहे हैं कि अवैध कूड़ा स्थलों और आजादपुर बाजार में मुख्य सड़क के पास स्थित पार्कों को जलाया जा रहा है. हालांकि, विभागों का दावा है कि लगातार प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए टीमें तैनात की गई हैं.
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