नई दिल्ली. दिल्ली-एनसीआर में लोगों को लगातार दूसरे दिन शनिवार को भी गंभीर श्रेणी की दमघोटू हवा (जहरीली हवा) में सांस लेनी पड़ी. वहीं, पंजाब-हरियाणा में पराली जलाने की घटना बढ़ने से दिल्ली में इसके धुएं की हिस्सेदारी इस सीजन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई. मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक, दो दिन और हवा जहरीली यानी बेहद खराब श्रेणी में रहेगी.

जानकारी के मुताबिक गाजियाबाद शनिवार को देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा जहां वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 466 रहा. वहीं, नोएडा का 461, फरीदाबाद का 449 व गुरुग्राम का 456 रहा. जबकि दिल्ली में यह 437 दर्ज किया गया. बता दें कि दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी करीब 41 फीसदी हो गई. इस सीजन में यह सर्वाधिक है.

स्मॉग टावर भी हुआ फेल

दीवाली पर दिल्ली-एनसीआर में हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में गिरने के बाद लोगों को सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है. दिल्ली के कनॉट प्लेस में हाल ही में स्थापित स्मॉग टॉवर आसपास के क्षेत्र के निवासियों को शुद्ध हवा नहीं दे पा रही है. आधिकारिक सूत्रों का दावा है कि स्मॉग टावर कुछ हद तक प्रदूषण को कम कर सकते हैं वहीं पर्यावरणविदों की राय है कि यह साबित करने के लिए कोई सिद्ध रिकॉर्ड नहीं है कि स्मॉग टावर पूरी तरह प्रभावी हैं.

सिर में दर्द, गले में जलन और आंखों में पानी आने की शिकायतें

राष्ट्रीय राजधानी के कई हिस्सों और उसके उपनगरों में लोगों ने सुबह सिर में दर्द, गले में जलन और आंखों में पानी आने की शिकायतें की. चिंतित लोग और पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने सोशल मीडिया पर आतिशबाजी की तस्वीरें और वीडियो साझा किए और पटाखों पर प्रतिबंध को मजाक बताया.

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