प्रदूषण नियंत्रण को और प्रभावी बनाने के लिए एंटी स्मॉग गन वाहनों की निगरानी अब कैमरों और मिस्ट स्प्रे डिटेक्शन सिस्टम के माध्यम से की जाएगी। लोक निर्माण विभाग (PWD) मिस्ट स्प्रे में किसी भी तरह की ‘धोखेबाजी’ को रोकने के लिए नई तकनीक का इस्तेमाल करेगा। एंटी स्मॉग गन वाहनों में मिस्ट फ्लो मीटर लगाया जाएगा, जो यह सुनिश्चित करेगा कि स्प्रे निर्धारित गति और मात्रा के अनुसार हो रहा है। मिस्ट डिटेक्शन सॉफ्टवेयर के अनुसार, यदि स्प्रे नहीं हो रहा है, तो सिस्टम तुरंत अलर्ट देगा।

PWD के बेड़े में कुल 200 एंटी स्मॉग गन वाहन हैं। वर्तमान में इनकी निगरानी जीपीएस के माध्यम से होती है। मौजूदा प्रणाली में केवल यह पता चलता है कि वाहन चल रहा है, खड़ा है या उसका इंजन स्टार्ट है। डैशबोर्ड पर वाहन घूमते हुए दिखते हैं, लेकिन यह सुनिश्चित नहीं होता कि मिस्ट स्प्रे किया जा रहा है या नहीं। औचक निरीक्षण में कई जगह यह सामने आया कि डैशबोर्ड पर वाहन सक्रिय दिख रहा था, लेकिन मिस्ट स्प्रे नहीं हो रहा था। कुछ वाहनों में मिस्ट स्प्रे निर्धारित गति से नहीं हो रहा था।

फ्लो मीटर मापेगा स्प्रे की गति

पीडब्ल्यूडी के मानकों के अनुसार, एंटी स्मॉग गन की गति इतनी होनी चाहिए कि मिस्ट स्प्रे कम से कम 50 मीटर की ऊँचाई तक पहुंचे। चूंकि कैमरा मिस्ट स्प्रे की गति को माप नहीं सकता, इसलिए अब प्रत्येक एंटी स्मॉग गन वाहन के साथ फ्लो मीटर लगाया जाएगा। इससे पता चलेगा कि कौन से वाहन में स्प्रे सही गति और मात्रा के अनुसार हो रहा है।

नए मिस्ट स्प्रे डिटेक्शन सिस्टम में प्रत्येक एंटी स्मॉग गन वाहन के ऊपर दो मेगापिक्सल का फिक्स्ड लेंस कैमरा लगाया जाएगा, जो वाहन की गतिविधियों को स्पष्ट रूप से दिखाएगा। कैमरा ऐसी ऊपरी लोकेशन पर स्थित होगा, जिससे मिस्ट स्प्रे का संचालन सीधे दिखाई दे। इससे यह सुनिश्चित होगा कि स्प्रे सही तरीके से किया जा रहा है और उद्देश्य की पूर्ति हो रही है।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m

देश-विदेश की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक

लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें

खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक