नई दिल्ली . राजधानी दिल्ली के न्यूनतम तापमान में पिछले चार दिनों में तीन डिग्री से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई है. सुबह के समय ठिठुरन का अहसास बढ़ा है. इस सीजन में सोमवार की सुबह सबसे ज्यादा ठंडी रही. दिल्ली की मानक वेधशाला सफदरजंग में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री नीचे दर्ज किया गया.
कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के उच्च हिमालयी क्षेत्रों में पिछले दिनों बर्फबारी हुई थी, जिसके बाद से दिल्ली की तरफ आने वाली हवा उत्तरी पश्चिमी दिशा की तरफ से चल रही है. यह हवा अपने साथ बर्फ की ठंडक भी लेकर आ रही है. इसके चलते पिछले चार दिनों में तापमान में तेजी से गिरावट हुई है. दिल्ली के सफदरजंग में सोमवार को न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. यह सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस कम है. यह इस सीजन का सबसे कम तापमान भी है. यहां पर अधिकतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस समय का सामान्य तापमान है. सफदरजंग में आर्द्रता का स्तर 100 से 40 फीसदी तक रहा.
दिल्ली के लोधी रोड पर न्यूनतम तापमान 6.3 डिग्री सेल्सियस रहा. मौसम विभाग का अनुमान है कि मंगलवार को अधिकतम तापमान 24 और न्यूनतम तापमान 06 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है. इस दौरान हवा की गति चार किलोमीटर प्रति घंटे तक रहने की संभावना है.
दिल्ली के लोग भले ही बेहद खराब श्रेणी की हवा में सांस ले रहे हों, लेकिन पिछले छह वर्षों से तुलना करें तो प्रदूषण के स्तर में कमी दिखती है. केन्द्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग के मुताबिक दिसंबर के पहले दस दिनों में प्रदूषण का स्तर पिछले छह वर्षों में सबसे कम है.
दिल्ली के लोग अक्तूबर के दूसरे पखवाड़े से ही खराब हवा में सांस ले रहे हैं. इस बीच एक दिन भी ऐसा नहीं रहा जब वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के नीचे आया हो. दिसंबर के पहले दस दिन भी हवा की गुणवत्ता खराब या बेहद खराब श्रेणी में रही है. पहले के वर्षों की तुलना में प्रदूषण का स्तर कम रहा है. आयोग के मुताबिक इस बार दिसंबर के पहले दस दिनों का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 321.10 रहा है, जोकि पिछले छह वर्षों में सबसे कम रहा है. वर्ष 2020 में दिसंबर के पहले दस दिनों का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक सबसे अधिक 368.10 रहा था.