नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी की उच्च सुरक्षा वाली जेल तिहाड़ जेल में जल्द ही दो एक्स-रे आधारित मानव शरीर स्कैनर होंगे, जो जेल परिसर के अंदर अवैध वस्तुओं और गैजेट्स की घुसपैठ को रोकने में मदद करेंगे. महानिदेशक (कारागार) संदीप गोयल ने बताया कि दो पूर्ण बॉडी स्कैनर खरीदने की प्रक्रिया चल रही है. तकनीकी मूल्यांकन चल रहा है और हम इसे अगले 3 महीनों में हासिल भी कर लेंगे.

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तिहाड़ जेल अपने अधिकारियों को कैदियों को सुविधाएं प्रदान करते हुए पकड़े जाने के बाद अपनी सुरक्षा-व्यवस्था को मजबूत कर रहा है. पिछले 6 महीनों के दौरान विभिन्न कानून प्रवर्तन एजेंसियों द्वारा जेल में तीन दर्जन से अधिक अधिकारियों पर किसी न किसी तरह से कैदियों को लाभ पहुंचाने के लिए मामला दर्ज किया गया है. डीजी ने कहा कि पहले यह चंद्र बंधुओं, अजय चंद्रा और संजय चंद्रा यूनिटेक के पूर्व प्रमोटर और फिर करोड़पति ठग सुकेश चंद्रशेखर थे, जिनकी जेल के अंदर कई गैजेट्स तक पहुंच थीं. बॉडी स्कैनर खरीदने के लिए परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड मुंबई की अनुमति जरूरी है और उन्होंने इसके लिए अपनी मंजूरी दे दी है. तकनीकी मूल्यांकन में समय लगता है, जेल में जल्द ही उपकरण होंगे.

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बॉडी स्कैनर के अलावा, गोयल ने बताया कि उन्होंने कैदियों पर कड़ी नजर रखने के लिए हाल ही में अपनी सभी जेलों में 7,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं. तिहाड़ के डीजी ने कहा कि हर जेल में कम से कम 500-600 कैमरे हैं. सीसीटीवी कैमरे से ली गई फीड कम से कम 1 महीने तक रहती है. गोयल ने कहा कि कैदियों द्वारा मोबाइल फोन का उपयोग एक गंभीर चिंता का विषय है. हालांकि उपयुक्त तकनीक के इस्तेमाल से इससे निपटा जा सकता है. वे जेल परिसर के अंदर तीन नए टावर स्थापित कर रहे हैं, जो जेल से निकलने वाले मोबाइल सिग्नल को सीमित कर देंगे. उन्होंने कहा कि ये सभी उपाय सही दिशा में उठाए गए कदम हैं और भविष्य में फायदेमंद साबित हो सकते हैं.